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Militancy in Kashmir: कश्मीर में पंच-सरपंचों समेत 113 नेताओं को सुरक्षा प्रदान, आतंकी हमले बढ़ने पर सरकार का फैसला

एडीजी सीआइडी जम्मू-कश्मीर पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर पर प्रदेश में 113 लोगों को बीते 10 दिनों में सरकारी सुरक्षा क्वच प्रदान किया गया है। अपनी पार्टी के 16 पदाधिकारी हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 24 Jul 2020 03:16 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jul 2020 05:07 PM (IST)
Militancy in Kashmir: कश्मीर में पंच-सरपंचों समेत 113 नेताओं को सुरक्षा प्रदान, आतंकी हमले बढ़ने पर सरकार का फैसला

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। भाजपा नेता वसीम बारी, उनके भाई और पिता की हत्या के बाद प्रशासन ने घाटी में पंच-सरपंचों समेत मुख्यधारा की राजनीति से जुड़े करीब 113 लोगों को सरकारी सुरक्षा क्वच प्रदान कर दिया है। लगभग एक दर्जन और लोगों को अगले एक सप्ताह में सुरक्षा प्रदान की जाएगी।

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कश्मीर घाटी में बीते दो माह के दौरान आतंकी संगठनों ने दक्षिण कश्मीर में कांग्रेस से जुड़े एक कश्मीरी पंडित सरपंच अजय पंडिता के अलावा उत्तरी कश्मीर में भाजपा नेता वसीम बारी को उनके भाई और पिता संग मौत के घाट उतार दिया था। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि आतंकी इसी तरह के और आतंकी हमलों की फिराक में है। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक आतंकी संगठनों ने केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में लगातार सुधर रहे हालात को बिगाडऩे और मुख्यधारा की सियासी गतिविधियों को रोकने के लिए पंच-सरपंचों और मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं व कार्यकर्ताओं की हत्या की साजिश रची है। इसी साजिश के तहत भाजपा नेता की उनक पिता और भाई संग हत्या की गई है।

प्रदेश प्रशासन ने थाना क्षेत्र के स्तर पर मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पंच-सरपंचों, शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों की एक सूची तैयार करायी है। इस सूची में शामिल लोगों को आतंकी खतरे का आंकलन किया जा रहा है। उसके आधार पर ही उनकी सुरक्षा का बंदोबस्त किया जा रहा है। एडीजी सीआइडी जम्मू-कश्मीर पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर पर प्रदेश में 113 लोगों को बीते 10 दिनों में सरकारी सुरक्षा क्वच प्रदान किया गया है। इनमें जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के 16 पदाधिकारी हैं।

भाजपा से जुड़े करीब 56 लोगों को जिनमें कुछ पंच-सरपंच और शहरी निकायों के प्रतिनिधि हैं, को भी सुरक्षा प्रदान की गई है। इनमें भाजपा की कश्मीर इकाई के तीन प्रमुख पदाधिकारी भी शामिल हैं। कांग्रेस के 19 लोगोंको इस सूची में शामिल किया गया है। इनके अलावा पीडीपी, नेशनल कांफ्रंस और पुलिस कांफ्रेंस से जुड़े दो दर्जन लोगों को भी सुरक्षा प्रदान की गई है। इन सभी को एक्स वर्ग का सुरक्षा प्रदान करते हुए दो-दो अंगरक्षक दिए गए हैं।

इन 113 लोगों के अलावा भाजपा के 9 अन्य नेताआें को वाई वर्ग का सुरक्षा क्वच प्रदान किया गया है। संबधित सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा पुलिस ने सभी संरक्षित व्यक्तियों के लिए एक विशेष निर्देशावली भी जारी की है। उन्हें कहा गया है कि वह किसी क्षेत्र विशेष के दौरे से पूर्व संबधित पुलिस अधिकारियों को जरूर सूचित करें। इसके अलवा संरक्षित व्यक्तियों को प्रदान किए गए सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि वह बिना हथियार न रहें।

संरक्षित व्यक्ति के सुरक्षा क्वच में किसी प्रकार की कोताही न करें। इसके अलावा सिक्योरिटी विंग के एसएसपी को कहा गया है कि वह समय-समय पर संरक्षित व्यक्तियों के सुरक्षा क्वच में तैनात पुलिसकर्मियों की जांच करें ताकि वह बिना बताए ड्यूटी से गायब न हो सके। ग्रामीण इलाकों में विशेषकर जहां पंच-सरपंच, निकायों के प्रतिनिधि या फिर मुख्यधारा की सियासत से जुड़े लोग रहते हैं, में पुलिस, सीआरपीएफ और सेना को अपनी गश्त बढ़ाने के लिए भी कहा गया है। 


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