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Election 2019: सुरक्षा दी, सहारा भी बने लोकतंत्र के प्रहरी, चुनाव की सुरक्षा के लिए अब जाएंगे कश्मीर

मतदान केंद्रों के मुख्य द्वार व अंदर मुस्तैद केरिपुब कर्मियों में खासी संख्या में महिला जवान भी हैं जो चुनाव डयूटी पर अन्य राज्यों से आई हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 11:50 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 11:50 AM (IST)
Election 2019: सुरक्षा दी, सहारा भी बने लोकतंत्र के प्रहरी, चुनाव की सुरक्षा के लिए अब जाएंगे कश्मीर
Election 2019: सुरक्षा दी, सहारा भी बने लोकतंत्र के प्रहरी, चुनाव की सुरक्षा के लिए अब जाएंगे कश्मीर

जम्मू, राज्य ब्यूरो। कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के साथ आतंकवाद से लड़ने में आगे रहने वाले अर्द्धसैनिक बल के जवान लोकतंत्र के प्रहरी बनकर मतदाताओं की सुरक्षा ही नहीं सहारा भी बन रहे हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिस के जवानों ने उधमपुर-डोडा व श्रीनगर-बड़गाम संसदीय क्षेत्रों में केंद्रीय रिर्जव पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, एसएसबी, सीआईएसएफ के जवान पूरी मुस्तैदी से तैनात हैं ताकि मतदान सामान्य रूप से चले। ये जवान आतंकवाद की चुनौतियों का सामना कर जम्मू कश्मीर में संसदीय चुनाव की प्रक्रिया को कामयाब बनाने के लिए देश के अन्य हिस्सों से आए हैं। इनके साथ जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान भी कठुआ, उधमपुर, रामनगर में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। इस मुख्य डयूटी के साथ ये सुरक्षाकर्मी उम्रदराज मतदाताओं की मदद के लिए भी आगे हैं। जवान बड़ी मुश्किल से वोट डालने पहुंच रहे बुजुर्गों को सहारा देकर उनका उत्साह बढ़ा रहे हैं। मतदान केंद्रों के मुख्य द्वार व अंदर मुस्तैद केरिपुब कर्मियों में खासी संख्या में महिला जवान भी हैं, जो चुनाव डयूटी पर अन्य राज्यों से आई हैं। उन्होंने मतदान केंद्रों के बाहर भी मुस्तैदी बरतते हुए सुनिश्चित किया कि कोई मतदान में खलल न डाल पाए।

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इसी बीच देश की सुरक्षा के लिए बंदूक उठाने का जज्बा लेकर एनसीसी कैडेट बने युवा भी उत्साह दिखा रहे हैं। स्कूलों, कालेजों के एनसीसी कैडेट मतदान केंद्रों पर आ रहे लोगों को वोट डालने में सहयोग कर रहे हैं। उधमपुर जिले के रामनगर में एनसीसी कैडेट बड़े बुजुर्गों की मदद करते हुए नजर आ रहे हैं। रामनगर के साथ अन्य कई इलाकों में भी एनसीसी कैडेटों के दल मतदाताओं की सहायता व सहयोग के लिए हाजिर रहे। उनमें से अधिकतर पांच साल बाद होने वाले मतदान में वोट डालने के हकदार होंगे।

इसी बीच वीरवार शाम को चुनाव संपन्न होने के बाद केरिपुब, बीएसएफ, सीाईएसएफ, आईटीबीपी व एसएसबी के जवान राहत की सांस लेने के बाद अगली सुरक्षा चुनौती के लिए तैयार हो जाएंगे। लोकतंत्र काे सुरक्षित बनाने की मुहिम पर अब उनका अगला पढ़ाव कश्मीर है। मध्य प्रदेश से चुनाव डयूटी पर हीरानगर आए एक केरिपुब कर्मी ने जागरण काे बताया कि शुक्रवार से अब उनकी कश्मीर रवानगी शुरू हो जाएगी। तीसरे चरण का चुनाव 23 अप्रैल को होना है।

इसी बीच उधमतपुर-डोडा व श्रीनगर बड़गाम संसदीय क्षेत्रों में मतदान की सुरक्षा की जिम्मेवारी सुरक्षाबलों की 150 कंपनियां को सौंपी गई हैं। उनके साथ क्षेत्र में तैनात सुरक्षा बल व पुलिस भी पूरा पूरा सहयोग दे रही है। तीसरे चरण में अनंतनाग जिले में चुनाव होना है। ऐसे में ये 150 कंपनियां अब कश्मीर रवाना हो जाएंगी। जम्मू कश्मीर में मतदान की प्रक्रिया छई मई को लद्दाख व अनंतनाग के शापियां व पुलवामा में चुनाव के साथ संपन्न हो जाएगी।


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