Kashmir Security: कश्मीर में सुरक्षा चक्र और होगा मजबूत, ड्रोन से हालात की निगरानी होगी
श्रीनगर ही नहीं कश्मीर के सभी प्रमुख शहरों कस्बों हाईवे पर विशेष नाके व पड़ताल चौकियां स्थापित की जाएंगी। ड्रोन से हालात की निगरानी होगी। कहीं अवांछित तत्व या गतिविधि का संकेत मिलते ही त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
श्रीनगर, जागरण ब्यूरो। कश्मीर में सुधर रहे हालात को बिगाड़ने की साजिश कर रहे आतंकी, अलगाववादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ सुरक्षाबल अब नई रणनीति पर काम करेंगे। सभी संवेदनशील और भीड़ भरे इलाकों में औचक घेराबंदी कर संदिग्ध तत्वों की जांच पड़ताल होगी। श्रीनगर ही नहीं कश्मीर के सभी प्रमुख शहरों, कस्बों, हाईवे पर विशेष नाके व पड़ताल चौकियां स्थापित की जाएंगी। ड्रोन से हालात की निगरानी होगी। कहीं अवांछित तत्व या गतिविधि का संकेत मिलते ही त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
यह रणनीति कश्मीर में शनिवार को पुलिस महानिरीक्षक (आइजीपी) कश्मीर विजय कुमार की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक में तय की गई है। गौरतलब है कि वादी में कुछ दिन में आतंकी गतिविधियां में तेजी आई है जो कश्मीर में शुरू हो रहे पर्यटन सीजन व सामान्य होते हालात के लिए घातक हैं।कश्मीर के हालात सामान्य बनाए रखने और आगामी पर्यटन सीजन में सुरक्षा व्यवस्था का माहौल बनाने के लिए आइजीपी विजय कुमार ने बैठक में आतंरिक सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मौजूदा सुरक्षा चक्र में खामियों का जायजा लेते हुए उन्हेंं दूर करने की उपायों पर चर्चा हुई। दो घंटे चली बैठक में आइजी सीआरपीएफ चारु सिन्हा, डीआइजी पुलिस अमित कुमार, डीआइजी सीआरपीएफ, डीआइजी एसएसबी, एसएसपी श्रीनगर और सीआरपीएफ व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के आलाधिकारी मौजूद थे।
अधिकारियों ने बताए उपाय :
श्रीनगर को पूरी तरह सुरक्षित बनाने और आतंकियों की बढ़ती गतिविधियों पर काबू पाने के उपायों पर चर्चा हुई। पर्यटन सीजन के दौरान बड़ी वारदात की आशंका पर संबंधित अधिकारियों ने इससे निपटने के उपाय भी बताए। श्रीनगर और आसपास के इलाकों के सुरक्षा चक्र की नए सिरे से समीक्षाकर उसे और बेहतर बनाने, सभी मत्वपूर्ण प्रतिष्ठाानों और पर्यटनस्थलों पर गश्त बढ़ाने के साथ चिन्हित स्थानों पर सीसीटीवी लगाने का फैसला लिया।
सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच हो तालमेल :
आइजीपी ने सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच व्यापक तालमेल और आवश्यक सूचनाओं के आदान-प्रदान पर जोर दिया। उन्होंने कहाकि आतंकियों और उनके समर्थकों को हालात बिगाड़ने का मौका नहीं दिया जाना चाहिए। इसलिए बेहतर है कि सभी भीड़ भरे इलाकों में औचक घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाए जाएं। महत्वपूर्ण सड़कों पर सुऱक्षाबलों की पड़ताल चौकियां और नाके रहने चाहिए। किसी भी जगह आतंकी हमले की सूरत में वहां नाकेबंदी तुरंत होनी चाहिए। सभी ऊंची इमारतों से निचले इलाकों की निगरानी की व्यवस्था रहनी चाहिए। ड्रोन का पूरा इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने आतंकियों, अलगाववादियों और उनसे जुड़े लोगों को चिन्हित कर उनकी गतिविधियों की लगातार निगरानी करने के निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अफवाहबाजों का पता लगा उनके खिलाफ संबधित कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए। इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय शरारती तत्वों को चिन्हित किया जाए। सभी एसएसपी व अन्य संबधित अधिकारियों को अपने क्षेत्र में आतंकरोधी अभियानों मेें तेजी लानी चाहिए।