Jammu : पाकिस्तानी मोबाइल सिमकार्ड का प्रयोग कर रहा हथियार लेने आने वाला व्यक्ति
ड्रोन से हथियार गिराए जाने के दौरान मकवाल इलाके में कौन से और कितने मोबाइल फोन से बात हो रही थी सुरक्षा एजेंसियां वह सारी जानकारी जुटाने में लगी हैं। काल रिकार्ड इस मामले में पुलिस के लिए मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभा सकता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : मकवाल सेक्टर में ड्रोन से हथियार गिराए जाने की मामले जांच कर रही सुरक्षा एजेंसियां इस बात से इंकार नहीं कर रही कि ड्रोन से फेंके गए हथियारों को लेने के आने वाला व्यक्ति पाकिस्तानी मोबाइल फोन सिमकार्ड का प्रयोग कर रहा होगा। अतंरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक पाकिस्तान ने अपने हैंडलर और हथियारों का जखिरा लेने के लिए आने वाले लोगों से सुरक्षित बातचीत करने के लिए अपने मोबाइल फोन सिग्नल को काफी तेज रखा हुआ है।
ड्रोन से हथियार गिराए जाने के दौरान मकवाल इलाके में कौन से और कितने मोबाइल फोन से बात हो रही थी, सुरक्षा एजेंसियां वह सारी जानकारी जुटाने में लगी हैं। काल रिकार्ड इस मामले में पुलिस के लिए मामले को सुलझाने में अहम भूमिका निभा सकता है। उधर एफएसएल और बम निरोधक दस्ते ने भी मकवाल से बरामद हथियारों की जांच शुरू कर दी है। जम्मू जोन के इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस मुकेश सिंह ने बताया कि ड्रोन से फेंके गए हथियारों की जांच के लिए पुलिस ने पूरी सावधानी बरत रही है।
पैकेट की जांच के लिए बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। बम निरोधक दस्ते से हरी झंडी मिलने के बाद ही पैकेट को खोला गया। इसके बाद पैकेट के बरामद हथियारों की जांच की गई। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के अधिकारियों को भी मौके पर बुलाया गया था। जिन्होंने हथियारों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी जुटाई।
--
कब कब गिराए गए ड्रोन से हथियार :
3 अगस्त जिला सांबा बाबर नाले के पास से दो पिस्तौल पांच मैगजीन और जिंदा कारतूस बरामद हुए थे।
27 जून को भारतीय वायु सेना के जम्मू एयर बेस पर ड्रोन से हमला किया गया था।
23 जुलाई को अखनूर डिवीजन के मुख्यालय से ढेड किलोमीटर दूर कानाचक के गुड़ा पटन में ड्रोन मार गिराया था, जिसमें हथियार थे।
20 जून को कठुआ बीएसएफ जवानों ने पाकिस्तानी ड्रोन को रथुआ के पास गांव पंजर में गिराया था।