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Jammu : सैनिक स्कूल नगरोटा में खरीद के नाम पर लाखों का घोटाला, सीबीआई ने मारा छापा

अब तक खंगाले गए रिकार्ड में पाया गया कि वर्ष 2019-2020 में स्कूल प्रबंधन ने अपने स्वार्थ के लिए बाजार से महंगे दामों पर एक करोड़ रुपये से भी अधिक का सामान खरीदा। यह खरीद कार्यवाहक प्रिंसिपल ले. कर्नल पवन कुमार और प्रशासनिक अधिकारी मेजर अंगत के कार्यकाल में हुईं

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 09:13 PM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 09:13 PM (IST)
Jammu : सैनिक स्कूल नगरोटा में खरीद के नाम पर लाखों का घोटाला, सीबीआई ने मारा छापा
हेराफेरी के मामले में सीबीआइ की टीम ने बुधवार को सैनिक स्कूल नगरोटा में छापा मारा

जम्मू, जागरण संवाददाता : सैनिक स्कूल नगरोटा में लाखों रुपये की खरीद में हुई हेराफेरी के मामले में सीबीआइ की टीम ने बुधवार को स्कूल में छापा मारा। तमाम रिकार्ड को कब्जे में लेते हुए वाइस प्रिसिंपल सहित क्लर्क से करीब 10 घंटे तक लगातार पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक अब तक खंगाले गए रिकार्ड में पाया गया कि वर्ष 2019-2020 में स्कूल प्रबंधन ने अपने स्वार्थ के लिए बाजार से महंगे दामों पर एक करोड़ रुपये से भी अधिक का सामान खरीदा। जांच में पाया गया कि यह खरीद कार्यवाहक प्रिंसिपल ले. कर्नल पवन कुमार और प्रशासनिक अधिकारी मेजर अंगत के कार्यकाल में हुईं है।

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मेजर अंगत का ट्रांसर्फर हो गया है। सीबीआइ ने पाया कोई एक चीज जिसकी कीमत बाजार में दो लाख रुपये है, उसे बाजार से 4 लाख में खरीदा गया। सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि इसके लिए स्कूल प्रबंधन ने टेंडर तो जारी किए, लेकिन एक दुकानदार ने तीन-तीन कोटेशने दी और एक ही दुकानदार से बाजार से मंहगे दामों पर माल खरीदा गया। कुछ कोटेशनों पर अधिकारियों के बैक डेट पर हस्ताक्षर भी पाए गए, जिससे स्कूल की खरीद में घाेटाले की बात सामने आ रही है।

सूत्रों का कहना है कि बीते वित्त वर्ष के दौरान स्कूल में पिछले दरवाजे से भी क्लर्कों की नियुक्तियां हुई हैं। यहां तक कि कार्यवाहक प्रिसिंपल ने एक किलोमीटर ने एक किलोमीटर में 22 प्लास्टिक के स्पीड ब्रेकर लगवा कर स्वार्थ की खातिर पैसों को बर्बाद किया। सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि स्कूल के गेट पर लगा इलेक्ट्रानिक बैरियर, जिसकी कीमत बाजार में लगभग 80 हजार रुपये है, उसे 2.50 लाख रूपये में खरीदा, जिसमें स्कूल प्रबंधन ने लाखों रुपये डकार लिए।

रक्षा मंत्रालय के सिफारिशों पर सीबीआइ ने की कार्रवाई : इससे पहले रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने भी सैनिक स्कूल प्रबंधन द्वारा करोड़ाें की हेराफेरी के मामले में प्रिमिलनरी जांच की थी, जिसमें भारी पैमाने पर स्कूल की खरीद में अनमियतताएं बरते जाने की बात जांच में सामने आई थी। इस जांच के बाद रक्षा मंत्रालय ने मामले की जांच सीबीआइ से करवाने की सिफारिश की थी।

सीबीआइ के 14 अधिकारियों की टीम ने दी दबिश : सीबीआइ के करीब 14 अधिकारियों पर आधारित टीम चार गाड़ियों में बुधवार सुबह 10 बजे सैनिक स्कूल नगरोटा में छापा मारा और प्रशासनिक अधिकारी के कमरे में रखें रिकार्ड को अपने कब्जे में ले लिया। स्कूल के तत्कालीन प्रिसिंपल पवन कुमार और क्लर्कों से घंटाें पूछताछ की। इस समय स्कूल प्रबंधन द्वारा हेराफेरी का मामला सामने आया उस समय पवन कुमार स्कूल के कार्यवाहक प्रिसिंपल के तौर पर काम कर रहे थे। नए प्रिसिंपल एके देसाई ने दो माह पहले ही पवन कुमार से पदभार संभाला है।


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