संस्कृत गुरुकुल की स्थापना हो
जागरण संवाददाता, जम्मू : श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट की और से रायपुर दोमाना मे एक
जागरण संवाददाता, जम्मू : श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट की और से रायपुर दोमाना मे एकदिवसीय संस्कृत कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्कृत शोधकर्ताओं ने वैदिकमंत्रो से किया। इस कार्यशाला में मुख्यातिथि राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान श्री रणबीर परसिर कोट भलवाल के प्रचार्य प्रो. लोकमान्य मिश्र रहे।
इस अवसर पर महंत रोहित शास्त्री ने प्रो. लोकमान्य मिश्र से कहा की मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार से बात कर जम्मू में कक्षा 6 से संस्कृत गुरुकुल की स्थापना हो, राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की नेक से ए ग्रेड प्राप्त है एवं संस्थान में संचालित सभी कोर्स मान्य हैं परन्तु प्रदेश सरकार, संस्थान के जम्मू कैंपस की आचार्य उपाधि को स्नातकोत्तर उपाधि के समकक्ष नही मानती, जिससे आचार्य पद की उपाधि प्राप्त सैकड़ों अभ्यर्थी इस भर्ती प्रक्रिया में सम्मिलित होने से वंचित हो रहे हैं । आचार्य उपाधि प्राप्त अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में नहीं बुलाते हैं। इस विषय पर समानता की माग रखते हुए रोहित शास्त्री ने कहा की आचार्य उपाधि एम.ए.(स्नातकोत्तर) संस्कृत के बराबर हैं। जिसका परिणाम अनेक योग्य एवं कुशल अभ्यर्थियों को उठाना पड़ रहा है और राज्य में संस्कृत भाषा के विकास के लिए जिम्मेदार कारकों पर चर्चा करने के आवश्कता है जम्मू को मंदिरों का शहर के नाम से विश्व भर में जाना जाता है परन्तु फिर भी संस्कृत छात्रों को सुविधाओं और पर्याप्त अवसरों की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
इस अवसर पर प्रो. लोकमान्य मिश्र ने महंत रोहित एवं अन्य शोधकर्ताओं को आश्वासित करते हुए कहा वे उनकी मागों को उपकुलपति राष्ट्रीय संस्कृत संस्थाम (नई दिल्ली) के समक्ष रखेंगे।
इस अवसर पर अन्य संस्कृत शोधकर्ताओं ने अपने विचार रखे उनमे मुख्य डॉ चन्दर मौली रैना, पंडित सुमन लाल शास्त्री, दीपक शास्त्री, गौतम शास्त्री, रजत सूदन और अन्य शोधकर्ता उपस्थित रहे।