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Jammu: तवी नदी में लगे रेत के ढेर हो सकते हैं खतरनाक, विचार के लिए 5 सदस्यीय कमेटी गठित

तवी नदी का निरीक्षण करते हुए जल शक्ति विभाग के चीफ इंजीनियर ने देखा कि तवी नदी में कई जगह पर रेत के बड़े-बड़े पहाड़ बन गए हैं। बरसात में जब तवी नदी में पानी का जल स्तर बढ़ेगा ताे यह समूह उसमें बाधा बन सकते हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 22 May 2021 10:46 AM (IST)Updated: Sat, 22 May 2021 10:46 AM (IST)
Jammu: तवी नदी में लगे रेत के ढेर हो सकते हैं खतरनाक, विचार के लिए 5 सदस्यीय कमेटी गठित
कमेटी 15 दिन के भीतर इन सभी जगहों का निरीक्षण कर जल शक्ति विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: तवी नदी में जगह-जगह बने रेत के ढेर या समूह किनारे बसे लोगों के लिए खतरे का सबब बन सकते हैं। यदि समय रहते इन रेत के ढेर या समूहों को हटाया नहीं गया तो तवी किनारे बसी बस्तियों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकते हैं। बरसात के दिनों में अकसर तवी नदी में बाढ़ आती है, ऐसे में यह ढेर पानी का रूख बस्तियों की ओर कर सकते हैं जिससे जान व माल का भारी नुकसान हो सकता है।

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यह खुलासा जल शक्ति विभाग के चीफ इंजीनियर मनीष भट ने किया है। तवी नदी का निरीक्षण करते हुए उन्होंने देखा कि तवी नदी में कई जगह पर रेत के बड़े-बड़े पहाड़ बन गए हैं। बरसात में जब तवी नदी में पानी का जल स्तर बढ़ेगा ताे यह समूह उसमें बाधा बन सकते हैं। इस खतरने को भांपते हुए जल शक्ति विभाग ने सरकार को सचेत कर दिया है। वहीं सरकार ने भी चीफ इंजीनियर की इस बात का कड़ा संज्ञान लेते हुए रेत के ढेर या समूह को हटाने के मुद्​दे पर विचार करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है।

सामान्य प्रशासनिक विभाग की तरफ से जारी आदेश के तहत पर्यावरण और रिमोट सेंसिंग विभाग के निदेशक को इस कमेटी का चेयर पर्सन नियुक्त किया गया है। कमेटी के सदस्यों में जियोलॉजी एंड माइनिंग विभाग के निदेशक, हैंडीक्राफ्ट एंड हैंडलूम विभाग कश्मीर के निदेशक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जम्मू कश्मीर के सदस्य सचिव और जल शक्ति विभाग के चीफ इंजीनियर स्वयं भी शामिल हैं। आदेश के तहत जल शक्ति विभाग के चीफ इंजीनियर ने तवी नदी में 18 जगहों पर रेत के ढेर या समूह बनने की पहचान की है। यह कमेटी तवी नदी में इन समूहों को हटाने के लिए अपने सुझाव देगी। क्योंकि इनसे तवी नदी के दोनों किनारों की बस्तियों को नुकसान पहुंच सकता है। इस पर जल्द से जल्द कदम उठाया जाएगा।

ये सभी अधिकारी जल शक्ति विभाग के चीफ इंजीनियर कमेटी को सहयोग। कमेटी 15 दिन के भीतर इन सभी जगहों का निरीक्षण कर जल शक्ति विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

अब सेक्रेटरी जनरल होगा विधानसभा के सेक्रटरी का पद: जम्मू कश्मीर सरकार ने विधानसभा के सेक्रेटरी के पद को पुनर्नामित कर इसे अस्थायी तौर पर सेक्रेटरी जनरल कर दिया है।जम्मू कश्मीर सरकार ने स्पष्ट किया है कि मुजफ्फर अहमद वानी की तैनाती तक विधानसभा के सेक्रेटरी के पद को सेक्रेटरी जनरल का दर्जा मिलेगा। अलबत्ता वानी के यह पद छोड़ने के बाद से यह पद फिर से विधानसभा के सेक्रेटरी का पद ही माना जाएगा। इस समय वानी पे लेवल 14 में 144200-218200 रूपये के वेतनमान में तैनात हैं। इस संबंध में विधानसभा सचिवालय की ओर से आदेश जारी कर दिया गया।


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