Jammu And Kashmir: सईद अल्ताफ बुखारी प्रधानमंत्री व केंद्रीय मंत्रियों से करेंगे मुलाकात
जम्मू कश्मीर की सियासत में नया मोर्चा खड़ा करने की तैयारी में जुटे सईद अल्ताफ बुखारी और उनके सहयोगियों ने बुधवार को केंद्र सरकार से राजनीतिक बंदियों की रिहाई का आग्रह किया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर की सियासत में नया मोर्चा खड़ा करने की तैयारी में जुटे सईद अल्ताफ बुखारी और उनके सहयोगियों ने बुधवार को केंद्र सरकार से राजनीतिक बंदियों की रिहाई का आग्रह किया है। उन्होंने जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने, स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और जमीन के अधिकार को सुनिश्चित बनाने के लिए देश के वरिष्ठ नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों और प्रधानमंत्री से भी जरूरत पड़ने पर मुलाकात करने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि पीडीपी से निष्कासित पूर्व वित्त मंत्री सईद अल्ताफ बुखारी कुछ महीनों से जम्मू कश्मीर में राजनीतिक गतिरोध दूर करेन के लिए लगातार सक्रिय हैं। पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस से निष्कासित नेता और पूर्व विधायक लगातार बुखारी के साथ बैठकें कर रहे हैं। नेशनिलस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी के चेयरमैन गुलाम हसन मीर और बुखारी के साथ नेकां, पीडीपी के कई पूर्व विधाायक गत माह उपराज्यपाल से भी मिले थे। इसके अलावा यह लोग जम्मू कश्मीर के दौरे पर आए विदेशी राजदूतों से भी मिल चुके हैं। बुखारी भी दबे मुंह एक नए सियासी मोर्चे के गठन की कवायद की पुष्टि कर चुके हैं।
बुधवार को बुखारी की नेकां, पीडीपी, कांग्रेस के कई पु़राने नेताओं और पूर्व विधायकों के साथ बैठक हुई है। बैठक में मौजूद रहे एक नेता ने कहा कि जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालात पर विचार विमर्श हुआ है। नेताओं ने जम्मू कश्मीर विशेषकर कश्मीर में लोगों की दिक्कतों को दूर करने के लिए सभी संभव प्रयास करने पर सहमति जतायी है। आने वाले दिनों में जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में सिविल सोसायटी के साथ भी विभिन्न मुद्दों पर संवाद की एक प्रक्रिया शुरू करने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि बैठक में उपराज्यपाल जीसी मुर्मू के साथ हुई मुलाकात में उठाए गए मुद्दों पर भी विचार विमर्श हुआ है। सभी नेता इस बात पर सहमत नजर आए कि उपराज्यपाल के साथ मुलकाता में उन्होंने जो मुद्दे उठाए थे, उन पर कुछ दिनों में सरकार ने आशानुरूप फैसला लिया है।
कई युवाओं और राजनीतिक नेताओं को रिहा किया है। नेताओं ने टू-जी इंटरनेट सेवा बहाली को अपर्याप्त बताते हुए कुछ और व्यावहारिक कदम उठाने की दिल्ली से मांग की है। बहुत कुछ चल रहापीडीपी के एक पूर्व विधायक ने नए संगठन के गठन को लेकर कुछ भी कहने से इन्कार करते हुए कहा कि बहुत कुछ चल रहा है। अलबत्ता, बैठक में बहुत से मुद्दों पर बातचीत हुई है। सभी राजनीतिक बंदियों की रिहाई के लिए केंद्र पर जोर दिया है। जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में समाज के विभिन्न वर्गाें के साथ संवाद की प्रक्रिया जल्द बहाल करने का फैसला लिया है।