कश्मीर में गिलानी की तबीयत बिगड़ने की अफवाह, बेटे नईम गिलानी बोले, उनकी हालत स्थिर
वयोवृद्ध कट्टरपंथी नेता सैयद ली शाह गिलानी की तबीयत बिगड़ने और निधन की अफवाह पर कश्मीर में तनाव पैदा हो गया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। वयोवृद्ध कट्टरपंथी नेता सैयद ली शाह गिलानी की तबीयत बिगड़ने और निधन की अफवाह पर कश्मीर में तनाव पैदा हो गया। बुधवार रात को आनन-फानन प्रशासन ने पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने का निर्देश जारी कर दिया।
वहीं एहतियातन इंटरनेट बंद कर दिया। हुर्रियत कांफ्रेंस की गुलाम कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद स्थित हुर्रियत कांफ्रेंस की इकाई ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई थी, जिसे गिलानी के परिवार ने खारिज कर दिया।90 वर्षीय गिलानी के पुत्र नईम गिलानी ने कहा कि उनके पिता बेशक बीमार हैं,लेकिन उनकी हालत स्थिर है। लोग अफवाहों पर ध्यान देने के बजाय उनके स्वास्थ्य लाभ की दुआ करें।
कुछेक इलाकों में लोगों ने दुकानें भी बंद कर दी। प्रशासन ने तुरंत लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। इसके साथ ही पुलिस व अइन्य सभी सुरक्षा एजेंसियों को किसी भी अप्रिय घटना से निपटने और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी सतर्कता बरतने का भी निर्देश दिया गया।
जम्मू कश्मीर पुलिस के सिक्योरिटी विंग में तैनात एसएसपी रैंक के एक अधिकारी ने कहा कि शरारती तत्व जानबूझकर कुछ दिनों से गिलानी की मौत की अफवाहें फैला रहे हैं। हमने सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त कर रखा है। गिलानी के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही है। उनकी हालत स्थिर है। गिलानी बीते कुछ सालों से बीमार हैं। सोपोर विधानसभा क्षेत्र से 1972, 1977 और 1987 में वह चुनाव जीतते रहे हैं।
आतंकी सरूरी से मेरा कोई संबंध नहीं: जीएम सरूरी
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री जीएम सरूरी ने कहा कि किश्तवाड़ जिले में सक्रिय आतंकवादी जहांगीर सरूरी से उनका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि वह एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं और उनका किसी भी आतंकवादी से कोई लेना देना नहीं है। इसी सप्ताह मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की पूछताछ के बाद बुधवार की सुबह गांधीनगर में अपने आवास पर प्रेसवार्ता में सरूरी ने खुद पर लगाए गए आरोपों पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मुझे एनआइए ने धारा 60 के तहत नोटिस दिया गया था। इसमें किसी से भी पूछताछ हो सकती है। मैं मंगलवार को एनआइए के कार्यालय में गया था। मुझे एनआइए की तरफ से बुलाए जाने का कारण पता नहीं था।