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Jammu: आरएसपुरा प्रशासन ने ईट-भट्ठे से पचास बंधुआ मजूदरों को मुक्त करवाया

ईंट भट्ठा मालिक राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि यह सब मजदूर अपनी मर्जी से जहां काम करने के लिए आए थे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 06:46 PM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 06:46 PM (IST)
Jammu: आरएसपुरा प्रशासन ने ईट-भट्ठे से पचास बंधुआ मजूदरों को मुक्त करवाया
Jammu: आरएसपुरा प्रशासन ने ईट-भट्ठे से पचास बंधुआ मजूदरों को मुक्त करवाया

आरएसपुरा, संवाद सहयोगी। गांव बडयाल में ईद भट्ठे पर मजदूरों से जबरन काम करवाने का मामला प्रकाश में आने पर उपजिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पचास बंधुआ मजूदरों को मुक्त करवाया। एसडीएम आरएसपुरा राम लाल शर्मा की अगुवाई में तहसीलदार आरएसपुरा, स्थानीय पुलिस एक टीम बडयाल स्थित काला ईंट भट्ठा पर पहुंची। भट्ठे के मालिक ने एसडीएम को मिली शकायतों को निरादार बताते हुए उन्हें टालने की बहुत कोशिश की परंतु एसडीएम ने जब सभी मजदूरों को पेश करने के लिए कहा तो पता चला कि कई सालों से इन मजदूरों को जबरन बंधी बनाकर काम करवाया जा रहा था।

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बंधक बनाए गए करीब 15 परिवारों के पचास सदस्यों जिसमें 14 बच्चें भी शामिल थे, को मुक्त करवाया गया। एसडीएम आरएसपुरा राम लाल शर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उन्हें शिकायत मिली कि गांव बडयाल में चल रहे इस भट्ठे पर काम कर रहे मजदूरों को बंदी बनाया गया है। भट्ठा मालिक इनसे जबरन काम करवा रहा है। उन्होंने इसकी जांच के आदेश दिए। प्राथमिक जांच में शिकायत की हर बात में सच्चाई नजर आई। बस फिर क्या था भट्ठे पर छापे की तैयारी की गई।

उपजिला प्रशासन की टीम जब जहां पहुंची है और उन्होंने मौके पर पचास लोगों को मुक्त करवाया। मुक्त करवाए गए सभी मजदूरों से पूछताछ की गई है। मजदूरों द्वारा ने बताया कि वे भट्ठे पर काम नहीं करना चाहते। लेकिन जबरदस्ती काम करवाया जा रहा है। उन्होंने कई बार मालिक से गांव जाने की बात कही परंतु उसने मना कर दिया। अब तो उन्हें भट्ठे से बाहर निकलने भी नहीं दिया जा रहा था। प्रशासन द्वारा पचास लोगों को रिलीज सर्टीफिकेट दिए गए और उनको उनके घर भेजा गया।

वही दूसरी ओर ईंट भट्ठा मालिक राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि यह सब मजदूर अपनी मर्जी से जहां काम करने के लिए आए थे। उन्होंने इसके लिए इनको एडवांस पैसे भी दिए है पर अब यह बंधुआ होने की बात कर रहे है।


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