Jammu Kahsmir: नागरिकता मिलने से रिफ्यूजी बच्चों में बढ़ा उत्साह, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कर रहे तैयारी
जम्मू के पुरखू के रहने वाले पिंकू को अब नौकरियों में इंसाफ मिलने की उम्मीद जगी है। नागरिकता हासिल होने से अब जम्मू कश्मीर की हर नौकरी के लिए वह आवेदन कर सकेंगे।
जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू कश्मीर की नागरिकता मिलने के बाद मढ़ के ऋषि खजूरिया बेहद खुश है। वह 12 वीं कक्षा में पढ़ रहा है। कल तक लोग इनको पश्चिमी पाकिस्तानी रिफ्यूजी कहते थे। लेकिन अब वह जम्मू कश्मीर के नागरिक हैं और अब वह सभी नौकरियों के आवेदन का हक रखते हैं। ऋषि का कहना है कि नागरिकता मिलने से अब उनका उत्साह बढ़ गया है।
वह जम्मू कश्मीर की उच्च नौकरियों को सामने रखते हुए एक ओर पढ़ाई कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारियां भी कर रहे हैं। एनडीए की परीक्षा पास कर वह सेना में अधिकारी बनना चाहता है। साथ ही जम्मू कश्मीर पुलिस में सब इंस्पेक्टर का पद हासिल करने के लिए तैयारी में जुटे हुए हैं। उनका कहना था कि जम्मू कश्मीर की जब तक नागरिकता नही थी, तो मन में यही सवाल थे, कि पढ़ लिखकर भी क्या फायदा, क्योंकि जम्मू कश्मीर की नौकरियों पर हमें हक न था। यहां तक कि केंद्र सरकार की बेल्ट फोर्स की नौकरियों के आवेदन में भी दिक्कतें बढ़ने लगी थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिमी पाकिस्तानी रिफ्यूजियों को नागरिकता दिलाकर लोगों का दिल जीत लिया है।
चट्ठा गुजरा गांव के सुशांत वकालत में डिग्री करना चाहते हैं। 12 वीं कक्षा में पढ़ रहे सुशांत का कहना है कि जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में उनका सपना लॉ आफिसर बनने का है। उन्होंने कहा कि जब से हमें नागरिकता मिली है, तब से मन प्रसन्न है और पढ़ाई लिखाई में भी उत्साह बढ़ गया है। काश दो तीन दशक पहले हमारे लोगों को नागरिकता मिल गई होती तो हमारे बड़े बुजुर्ग लोग आज जम्मू कश्मीर की नौकरियों पर तैनात होते तो बात ही कुछ और होती। चलो देरी से ही , इंसाफ तो मिला।
जम्मू के पुरखू के रहने वाले पिंकू को अब नौकरियों में इंसाफ मिलने की उम्मीद जगी है। उनका कहना है कि नागरिकता हासिल होने से अब जम्मू कश्मीर की हर नौकरी के लिए वह आवेदन कर सकेंगे। इससे पहले आवेदन नही कर सकने से वह निराश थे। लेकिन जब से नागरिकता मिली है, वह खुश हैं और नौकरियों के लिए आवेदन भी करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पश्चिमी पाकिस्तानी रिफ्यूजी लोगों को नागरिकता देकर बड़ा काम किया है।