प्रियतमचंद्र शास्त्री के काव्य संग्रह श्रृंगार लहरी का लोकार्पण
जागरण संवाददाता, जम्मू : राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की जम्मू कश्मीर शाखा की ओर से पूर्व प्राचार्य र
जागरण संवाददाता, जम्मू : राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की जम्मू कश्मीर शाखा की ओर से पूर्व प्राचार्य राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान श्री रणवीर परिसर, कोट भलवाल जम्मू प्रो. प्रियतम चन्द शास्त्री की काव्यकृति श्रृंगार लहरी का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर पद्मश्री प्रो. वेद कुमारी घई ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। प्रो. राम प्रताप मुख्य अतिथि थे। विशिष्ट अतिथि डॉ. निर्मल विनोद ने श्रृंगार लहरी पर अपना विवरणत्मक आलेख प्रस्तुत किया। प्रो. प्रियतम चन्द शास्त्री ने युवावस्था में रचित रचनाओं के संकलन श्रृंगार लहरी पर अपने अनुभव साझा किए। समिति के अध्यक्ष दीदार ¨सह ने अतिथियों का स्वागत किया। समिति मंत्री संचालक डॉ. भारत भूषण शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया। समारोह में साहित्यकार, कवि तथा शास्त्री जी के परिवार के सदस्य उपस्थित थे।
डॉ. प्रियमम चंद्र शास्त्री जम्मू के जानेमाने साहित्यकार हैं। इनकी संस्कृत की अनेक किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। ¨हदी भाषा में 1971 से कविताएं, लेख आदि लिखते रहे हैं। इनकी लोकार्पित कृति श्रृंगार लहरी इनके द्वारा यौवन काल में लिखित श्रृंगारिक कविताओं, गजलों और गीतों का संग्रह है।
अध्यक्षता कर रहीं प्रो. वेद कुमारी घई ने कहा कि काव्य की भाषा शैली उत्कृष्ट कल्पनाओं में चमत्कार स्पष्ट रूप से झलकता है। उन्होंने कार्यक्रम में कई रचनाओं की समीक्षा करते हुए कवि की सराहना की।
मुख्य अतिथि डॉ. निर्मल विनोद ने शास्त्री के कविता सफर की सराहना करते हुए कहा कि वह उनके साथ कई कार्यक्रमों में भाग ले चुके हैं। विशिष्ट आतिथि प्रो. रामप्रताप वेदालंकार ने अपने भाषण में काव्य संग्रह को साहित्य जगत के लिए एक उपलब्धि बताया। मंच संचालन डॉ. भारत भूषण ने किया। समिति के सहमंत्री राजेश्वर ¨सह राजू ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया।