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Jammu Kashmir : राजेंद्र नगर निवासियों के सुख बहा ले गई बरसात

वर्ष 1992 में जम्मू विकास प्राधिकरण ने 287 प्लाटों के साथ रिहायशी कालोनी राजेंद्र नगर फेज-1 को बनाया था। यह प्लाट ड्रा द्वारा निकाले गए।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 12:27 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 12:27 PM (IST)
Jammu Kashmir : राजेंद्र नगर निवासियों के सुख बहा ले गई बरसात
Jammu Kashmir : राजेंद्र नगर निवासियों के सुख बहा ले गई बरसात

जम्मू , जागरण संवाददाता : बरसात की कुछ ही बारिशों ने शहर के राजेंद्र नगर में रहने वालों का सुख-चैन छीन लिया है। क्षेत्र की सड़कें गड्ढों में तबदील हो गई हैं। खाली प्लाटों, सड़क किनारे झाड़ियों में तबदील होकर रह गए हैं। पहले से बेहाल निवासी अब रोने को मजबूर हैं। वह पछताते हैं कि क्यों उन्होंने अपनी खून-पसीने की कमाई लगाकर यहां घर बना लिए।

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हालत यह है कि अभी बरसात की कुछ बारिशें ही हुई हैं और कालोनी की सड़कें बह चुकी हैं। इन पर चलना मुश्किल हो गया है। जो कुछ नालियां बनी थीं, वो भी खराब हो चुकी हैं। इतना ही नहीं बिजली की घंटों कटौती हो रही है। फोन तक चार्ज नहीं हो रहे। नतीजतन ऑनलाइन पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होकर रह गई है। लोग अब चाह कर भी कुछ कर नहीं पा रहे हैं। न तो जेडीए उनकी सुनता है और न ही प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है। जेडीए ने जिन दावों के साथ इस कालोनी को विकसित किया था, वो सारे हवाई हो गए हैं। न कोई पार्क बना, न डिस्पेंसरी। शापिंग कम्पलेक्स तो बहुत दूर की बात है। खून पसीने की कमाई से लोगों ने घर तो बना लिए लेकिन सुविधाएं नहीं मिलीं। अब यहां बने मकान बेच कर भी गुजारा नहीं होता। लोगों का कहना है कि महंगाई के इस दौर में मकान बना पाना बहुत मुश्किल है। अब नई जगह तो खरीद नहीं सकते। मजबूरी में ग्रामीणों से भी बदतर हालत में जी रहे हैं। उनका कहना है कि जेडीए की अनदेखी के चलते शहर की यह कालोनी जर्जर हालत में है। स्थानीय निवासी कुलदीप कुमार, राजेंद्र सिंह का कहना हे कि जेडीए और जम्मू नगर निगम इस कालोनी में सुविधाएं देने में पूरी तरह नाकाम है। न तो सफाई होती है, न ही विकास कार्य। कालाेनी बुरी तरह पिछड़ती जा रही है।

1992 में बनी थी यह कालोनी

वर्ष 1992 में जम्मू विकास प्राधिकरण ने 287 प्लाटों के साथ रिहायशी कालोनी राजेंद्र नगर फेज-1 को बनाया था। यह प्लाट ड्रा द्वारा निकाले गए। तब कालोनी में पार्क, सरकारी डिस्पेंसरी, शापिंग कम्पलेक्स, पुलिस पोस्ट व अन्य जरूरी ढांचे होने की बात कही गई थी। छोटी सी घाटी को काट कर जेडीए ने खड्ड में ही कालोनी का निर्माण कर दिया। आज तक यहां पर्याप्त नालियां तक नहीं बनी। जम्मू नगर निगम द्वारा भी क्षेत्र में साफ-सफाई के लिए कर्मचारी नहीं लगाए गए हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी

जम्मू विकास प्राधिकरण की वाइस चेयरपर्सन बबिला रकवाल का कहना है कि कालोनियों में बेहतर सुविधाएं देने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। फंड्स उपलब्ध होने के साथ चरणबद्ध तरीके से काम होते हैं। यहां अधिकतर लोगों ने अभी मकान ही नहीं बनाए हैं। जम्मू नगर निगम भी अपने स्तर पर विभिन्न विकास कार्य करवा रहा है। बरसात के बाद सड़कों की हालत ठीक करवाई जाएगी।


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