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बंकरों में भरा बारिश का पानी, कैसे सुरक्षित रहेंगे सीमांतवासी

बंकर का स्तर सही है या नहीं इसका ख्याल न तो ठेकेदार ने रखा और न ही संबंधित पीडब्लूडी विभाग ने जिसकी निगरानी में यह बंकर बनाए जा रहे है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 11:33 AM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 11:33 AM (IST)
बंकरों में भरा बारिश का पानी, कैसे सुरक्षित रहेंगे सीमांतवासी
बंकरों में भरा बारिश का पानी, कैसे सुरक्षित रहेंगे सीमांतवासी

आरएसपुरा, जेएनएन। पाकिस्तानी गोलीबारी से बचने के लिए सरकार ने सीमांत लोगों के लिए पक्के बंकर तो बनाए है। लेकिन यह बंकर गोलीबारी के दौरान लोगों के लिए कितने सुरक्षीत होंगे यह तो इनका हाल देख कर ही अंदाजा लगाया जा सकता है। सीमांत क्षेत्र के कई गांव में पाक गोलीबारी से बचने के लिए सरकार के आदेश के बाद सामुदायिक व निजी बंकर बनाकर दिए जा रहे है। सरकार इन पर लाखों रुपये भी खर्च कर रही है। काफी संख्या में ऐसे बंकर बनकर तैयार भी हो चुके है। लेकिन सीमांत ग्रामीण इन बंकरों के निर्माण से खुश नहीं हैं।

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दरअसल ग्रामीणों का कहना है कि इन बंकरों की ऊंचाई पर्याप्त नहीं है। इनका स्तर इतना नीचे है कि जरा सी बारिश होने पर इसमें दो से तीन फूट पानी भर जाता है। पिछले दिनों हुई बारिश से सीमांत गांव में बने ऐसे कई बंकरों में बारिश का पानी जमा हो गया है।

बंकर गोलीबारी से बचाने के लिए असुरक्षित

उपजिला आरएसपुरा के सीमांत भारत पाक सीमा पर सटे कई गांव में अब तक 68 ऐसे बंकर बनाए जा रहे हैं। जिसमें से लगभग कुछ तैयार है। लेकिन जो बंकर तैयार है वो भी लोगों को गोलीबारी से बचाने के लिए सुरक्षित नहीं है। कई बंकर ऐसे हैं जिनकी ऊंचाई जमीन से ज्यादा नहीं है। ऐसे में जरा सी बारिश होने से पानी बंकरों में भर जाता है। सीमांत गांव के ग्रामीण सुरजीत सिंह, पंच दर्शना देवी, विकास चौधरी ने बताया कि उनके गांव में ऐसा बंकर बनाया गया है। बंकर में बारिश का दो से तीन फुट पानी जमा है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर इस हालत में सीमा पर गोलीबारी हो जाए तो ऐसे बंकर में वह लोग कैसे रह सकते हैं।

इन बंकरों में हैं कई खामियां

सीमांत ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार का फैसला तो सही था पर उसको जमीन पर सही से लागू नहीं किया गया। बंकर बनाने वाले ठेकेदारों को किसी ने नहीं देखा कि वह क्या बना रहा है। ठेकेदार ने भी बंकर बनाने के लिए जरूरी चीजों का ध्यान नहीं रखा। बंकर का स्तर सही है या नहीं इसका ख्याल न तो ठेकेदार ने रखा और न ही संबंधित पीडब्लूडी विभाग ने जिसकी निगरानी में यह बंकर बनाए जा रहे है। ऐसे बंकर का उन्हें लाभ से ज्यादा नुकसान हो सकता है।

जल्द ठीक किया जाएगा इन बंकरों को

सीमांत वासियों ने कहा कि अभी भी इन बंकरों को सही करा सकता है। यह जरूरी है ताकि जरूरत पड़ने पर सही ढंग से इस्तेमाल हो सके। इस संबंध में पीडब्लूडी विभाग एईई गुविंद्र सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा मंजूर बंकर में पहले माऊंटी का प्रावधान नहीं रखा गया था। जिससे बारिश का पानी सीधा बंकर में जा रहा है। अब इसके बार में एसडीएम से लेकर उच्चाधिकािरयों को अगवत करवाया गया है। अगले कुछ दिनों में इन बंकरों को ठीक करने के लिए काम शुरू किया जाएगा।


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