Jammu Farmers: बारिश से किसानों की मुराद हुई पूरी, बासमती धान की अब आसानी से होगी रोपाई
झमाझम बारिश ने बासमती उत्पादक किसानों की हसरतें पूरी कर दी हैं। रोपाई के सीजन में नहरी के पानी के लिए मारा मारी कर रहे किसानों को बारिश ने शांत करवा दिया है।बारिश का खूब पानी बरसने से खेत लबालब हो गए हैं। हर खेत पानी से तर है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । झमाझम बारिश ने बासमती उत्पादक किसानों की हसरतें पूरी कर दी हैं। रोपाई के सीजन में नहरी के पानी के लिए मारा मारी कर रहे किसानों को बारिश ने शांत करवा दिया है।
बारिश का खूब पानी बरसने से खेत लबालब हो गए हैं। हर खेत पानी से तर है। ऐसे में किसान अब बासमती धान की रोपाई के काम में उतरने के लिए तैयार है। किसान और ज्यादा समय अब गंवाना नही चाहता। इसलिए कई क्षेत्रों में किसान, कृषि मजदूर बासमती धान की रोपाई में पूरी ताकत से जुट गए है।
किसान खेतों में उतरने लगे हैं और खेती को तैयार कर रेह हैं। बासमती धान की रोपाई शुरू हो चुकी हैं। आरएस पुरा बेल्ट पारंपरिक बासमती की खेती के नाम से जानी जाती है। अखनूर से लेकर सांबा तक फैली यह पट्टी अव्वल दर्जे की बासमती उत्पादित करती है जिसकी अपनी महक, अपना स्वाद होता है जोकि कहीं और नही पनप पाया।
किसान कुलभूषण खजूरिया का कहना है कि यहां की बासमती का बीज बाहरी राज्यों में भी लगाया गया, बासमती वहां भी हो गई। लेकिन वो महक, वो स्वाद नही बन पाया जोकि आरएस पुरा बेल्ट की बासमती में है। आरएस पुरा बेल्ट का अपना बासमती बीज है जोकि सुधार कर किसानों में उतारा गया है।
किसानों का कहना है कि कुछ मिट्टी का कमला तो कुछ चिनाब दरिया के पानी का ही जादू रहा होगा कि यहां की बासमती सबसे निराली है। भले ही दाना छोटा है मगर इसके चाहवान बहुत लोग हैं।पानी की कमी के कारण इस बेल्ट के किसान बासमती धान की रोपाई के काम को आगे नही बढ़ा पा रहे थे। हालांकि नहर का पानी भी मिल रहा है लेकिन अधिक खपत के कारण यह यह दूरगामी किसानों तक नही पहुंच पा रहा था। अब बारिश होने से किसानों की राह आसान बन गई है।