Move to Jagran APP

Jammu : पीडब्ल्यूडी कैजुअल कर्मियों ने की जोरदार नारेबाजी

लोक निर्माण विभाग में तैनात कैजुअल व नीड बेस कर्मियों ने लगातार दसवें दिन हड़ताल जारी रखते हुए सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन ऐसा ही रहा तो फिर हड़ताल को आंदोलन का रूप देने को मजबूर होना पड़ जाएगा।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 06:05 PM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 06:05 PM (IST)
Jammu : पीडब्ल्यूडी कैजुअल कर्मियों ने की जोरदार नारेबाजी
चीफ इंजीनियर कार्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन करते लोक निर्माण विभाग के कैजुअल व नीड कमी।

जम्मू, जागरण संवाददाता । लोक निर्माण विभाग में तैनात कैजुअल व नीड बेस कर्मियों ने लगातार दसवें दिन हड़ताल जारी रखते हुए सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन ऐसा ही रहा तो फिर हड़ताल को आंदोलन का रूप देने को मजबूर होना पड़ जाएगा।

loksabha election banner

बुधवार सुबह से ही कर्मचारियों ने मोर्चा संभाल लिया और रेल हैड कम्पलेक्स में स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय परिसर में जमा होकर नारेबाजी की। यह कर्मचारी आल डिपार्टमेंट कैजुअल लेबर्स यूनाइटेड फ्रंट जम्मू प्रोविंस के बैनर तले पिछले दस दिनों से हड़ताल पर हैं। विगत दिवस उन्होंने 72 घंटे के लिए हड़ताल को बढ़ाने की घोषणा की थी।

हड़ताल पर डटे इन कर्मियों का कहना है कि दस दिन से हड़ताल पर हैं। कोई सुन नहीं रहा। विभाग परवाह ही नहीं कर रहा है। मजबूर होकर हमें कोई प्रभावी कदम उठाने पड़ जाएंगे। विभागीय यूनियन के प्रधान सतीश शर्मा ने कहा कि सरकार चतुर्थ श्रेणी समेत विभिन्न वर्गों में 50 हजार के करीब कर्मचारियों की भर्ती करने जा रही है। नीड बेस कर्मचारी 25 वर्षों से भी ज्यादा समय से विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं परंतु हमें नियमित नहीं किया गया। सभी को नियमित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि फ्रंट के बैनर तले यह हड़ताल मांगें पूरी होने तक जारी रहेगी। उन्होंने न्यूनतम वेतन लागू करने और बकाया वेतन को जारी करने की मांग को भी जोरशोर से उठाया गया। उन्होंने कहा कि एसआरओ-64 को लागू करते हुए उन्हें नियमित किया जा सकता है। सभी अस्थायी कर्मचारी सड़कों पर आ गए हैं। उपराज्यपाल को बिना देरी उनकी मांगों को पूरा करना चाहिए। विभाग में कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। अधिकारी भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। राज्य प्रशासन को ही जल्द समाधान करना होगा। यह कर्मचारी 5 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं और नियमित करने की मांग कर रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.