बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन
अखनूर ब्लॉक के गांव पंजग्राईं के वार्ड नंबर दो के ग्रामीणों ने सोमवार को बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पंजग्राई एक बैकवर्ड एरिया है।
संवाद सहयोगी, ज्यौड़ियां : अखनूर ब्लॉक के गांव पंजग्राईं के वार्ड नंबर दो के ग्रामीणों ने सोमवार को बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पंजग्राई एक बैकवर्ड एरिया है। वार्ड में 64 घर हैं और ट्रांसफार्मर की क्षमता मात्र 63 केवी है। इस वार्ड में 24 घर तो बीपीएल श्रेणी के हैं। ज्यादा लोड होने के करण बिजली भी कम आती है।
वार्ड के पंडित ओम प्रकाश, कुलदीप राज, अजय कुमार और संतोष देवी ने बताया कि वार्ड नंबर 2 में वोल्टेज काफी कम है। दूसरा जो बीपीएल परिवार हैं, उनका बिल भी 1500 से 2000 तक आता है। विभाग का कोई लाइनमैन गांव में नहीं आता है। उन्होंने कहा कि मीटर रीडर कभी आता नहीं। बिना मीटर चेक किए बिल भेज दिया जाता है। वार्ड नंबर दो के ग्रामीणों ने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों ने इस वार्ड ही नहीं, पूरे पंजग्राई पंचायत की अनदेखी की है। बिजली के तार खंभे से बंधे होने चाहिए। पर वे पेड़ से बांधे गए हैं। इतना ही नहीं जहां-जहां तार कम पड़े हैं, वहां क्रेट वाले तार लगा दिए गए हैं। समाजसेवी देवेंद्र शर्मा ने बिजली विभाग और प्रशासन को चेतावनी दी है कि वह पंजग्राई गांव में आकर लोगों की सुध लें, क्योंकि पंजग्राई गांव एक कंडी क्षेत्र है। विभाग ठीक से बिजली नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि इस गांव के लोग काफी गरीब हैं। देवेंद्र शर्मा ने कहा कि एक साल पहले जब बैक टू विलेज का कार्यक्रम हुआ था तो वार्ड दो में नया ट्रांसफार्मर देने की बात हुई थी, पर आज तक लगाया नहीं गया है।
बिजली विभाग के जेई ने कहा कि जो बैक टू विलेज के तहत ट्रांसफार्मर लगना था, उसको मंजूरी मिल गई है। उसको सरपंच या ठेकेदार ही लगवा सकता है, जितना बिजली विभाग का काम था, वह हमने पूरा कर दिया है, अब ठेकेदार और सरपंच का फर्ज है कि वह ट्रांसफार्मर लगवाए।