50 फीसद से ज्यादा अंक वाले सभी विद्यार्थियों को दें दाखिला
जागरण संवाददाता, जम्मू : कलस्टर यूनिवर्सिटी जम्मू में दाखिला न मिलने के विरोध में विद्यार्थियों ने व
जागरण संवाददाता, जम्मू : कलस्टर यूनिवर्सिटी जम्मू में दाखिला न मिलने के विरोध में विद्यार्थियों ने वाइस चांसलर कार्यालय का घेराव कर घंटों प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों का कहना था कि उन्हें दाखिला मिलना चाहिए। शहर के सभी कॉलेज कलस्टर यूनिवर्सिटी के अधीन हैं। अगर विद्यार्थियों को यहां दाखिला नहीं मिलेगा, तो वह कहां जांएगे। प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों कहना था कि न तो साइंस और न ही कॉमर्स की पढ़ाई करने वालों के साथ न्याय हो रहा है।
प्रदर्शन करने वालों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, जम्मू ज्वांइट स्टूडेंट फेडरेशन जेजेएसएफ, नेशनल सेक्युलर फोरम आदि संगठन शामिल थे। सभी विद्यार्थी संगठनों ने अलग-अलग प्रदर्शन किए और मांग की कि 50 प्रतिशत से ऊपर अंक प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों का कलस्टर यूनिवर्सिटी में दाखिला होना चाहिए। एबीवीपी के उपाध्यक्ष एमएम कॉलेज आकाश भगत विद्यार्थियों के साथ प्रदर्शन करते हुए कलस्टर यूनिवर्सिटी पहुंचे। वहीं, कलस्टर यूनिवर्सिटी में महानगर मंत्री प्रतीक रैना ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया। आकाश भगत ने कहा कि कॉमर्स का छात्रों के लिए एक भी कॉलेज नहीं है। नए कॉलेजों में महिलाओं के लिए तो कॉमर्स कालेज खोला गया है लेकिन लड़कों के लिए ऐसा नहीं है। सरकार को चाहिए कि भगवती नगर डिग्री कॉलेज को कॉमर्स का को एजुकेशन कॉलेज घोषित करें ताकि जिन विद्यार्थियों को कॉमर्स कॉलेज में दाखिला नहीं मिला है, वह भगवती नगर में दाखिला ले सकें।
प्रतीक रैना का कहना था कि कहने को तो शहर के आसपास पांच छह कॉलेज खोले गए हैं लेकिन एक भी कॉलेज में साइंस की पढ़ाई नहीं करवाई जा रही। सिर्फ आर्ट्स विषय के तो कई कॉलेज खोले गए हैं लेकिन इससे बात नहीं बनेगी। नए कॉलेजों के पास कोई ढांचागत सुविधा नहीं है। ऐसे में विद्यार्थी वहां दाखिला लेने का जोखिम कैसे उठा सकते हैं। जब तक सभी कॉलेजों में ढांचागत सुविधाएं नहीं मिल जाती। सभी विद्यार्थियों को कलस्टर यूनिवर्सिटी में दाखिला मिलना चाहिए। आज दाखिला न मिलने के कारण विद्यार्थी और उनके अभिभावक परेशान हैं लेकिन कलस्टर यूनिवर्सिटी प्रबंधन कुछ भी स्पष्ट नहीं कर रही। विद्यार्थियों पर थोप रहे विषय
विद्यार्थियों का आरोप था कि जिन विद्यार्थियों को काउंसलिग के लिए आमंत्रित भी किया गया, उन्हें भी उनकी मर्जी के विषय नहीं मिले। विद्यार्थियों पर विषय थोपने का प्रयास किया गया है। ऐसे में बच्चों से क्या उम्मीद की जा सकती है। कलस्टर यूनिवर्सिटी जल्द अपना तानाशाही रवैया बदले और विद्यार्थियों के भविष्य से न खेलें। प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने घंटों सरकार विरोधी, कलस्टर यूनिवर्सिटी विरोधी नारेबाजी की। सभी ने चेतावनी दी की अगर जल्द विद्यार्थियों की मांगे न मानी गई तो उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।