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Fraud : प्रवर्तन निदेशालय ने की एसए राथर स्पाइसेस की संपत्ति अटैच, बैंक लोन में घोटाले के आरोप

एसए राथर प्राइवेट कंपनी ने जम्मू कश्मीर बैंक बैंगलुरू से ऋण लिया था जो एनपीए हो चुका है। कंपनी पर इस समय 285.81 करोड़ की देनदारी है और उस पर 66.91 करोड़ का ब्याज भी चढ़ चुका है। इस ऋण के बदले कंपनी की 171 करोड़ की संपत्ति गिरबी रखी

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 30 Sep 2021 03:40 PM (IST)Updated: Thu, 30 Sep 2021 03:40 PM (IST)
Fraud : प्रवर्तन निदेशालय ने की एसए राथर स्पाइसेस की संपत्ति अटैच, बैंक लोन में घोटाले के आरोप
इस संपत्ति की कुल कीमत 145.26 करोड़ बताई जा रही है

जम्मू, जागरण संवाददाता :  प्रवर्तन निदेशालय ने बैंक लोन में हेराफेरी करने के आरोप में मैसर्स एसए राथर स्पाइसेस प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति को अटैच कर लिया है। इस संपत्ति की कुल कीमत 145.26 करोड़ बताई जा रही है जिसमें फैक्टरी की इमारत, दुकानें, फ्लैट्स और जमीन शामिल है। यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने एंटी क्रप्शन श्रीनगर की ओर से जम्मू कश्मीर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत दर्ज मामले में की है जिसे ब्यूरो ने कंपनी के डायरेक्टर सईद अनीश राथर के खिलाफ 26 अगस्त, 2019 काे दर्ज किया था।

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दर्ज मामले में बताया गया था कि एसए राथर प्राइवेट कंपनी ने जम्मू कश्मीर बैंक बैंगलुरू से ऋण लिया था जो एनपीए हो चुका है। कंपनी पर इस समय 285.81 करोड़ की देनदारी है और उस पर 66.91 करोड़ का ब्याज भी चढ़ चुका है। इस ऋण के बदले कंपनी की 171 करोड़ की संपत्ति गिरबी रखी गई है। इसी दौरान कंपनी ने 16.5 करोड़ का ऋण एचडीएफसी और 25 करोड़ का ऋण आरबीएल बैंक से भी लिया और ये ऋण भी कंपनी ने जेके बैंक के पास रखी गिरबी रखी संपत्ति के आधार पर लिया। आरोप है कि ब्रांच मैनेजर ने कंपनी के साथ मिलीभगत इस धोखाधड़ी को अंजाम दिलवाया जिससे सरकार को 352.72 करोड़ का चूना लगा। इस मामले के पेश आने के बाद ईडी ने भी मनी लांडरिंग के तहत कार्रवाई शुरू कर दी।

ईडी ने पाया कि एसए राथर स्पाइसेस ने बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर कई ऋण लिए और इसका अधिकतर पैसा ऐशोआराम व पार्टियों में खर्च किया। इसके अलावा कंपनी ने अपनी कुछ और कंपनियों में पैसों को स्थानांतरित कर दिया जिसके लिए झूठे भुगतान दिखाए गए। जांच में भी यह भी सामने आया कि एसए राथर स्पाइसेस कंपनी ने इस पैसे को अपनी दूसरी कंपनी मैसर्स सेंट्रल ट्रेड एजेंसी प्राइवेट लिमिटेड के लोन अकाउंट में किश्त जमा करने के लिए भी किया।


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