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Jammu : इस बार सादगी से मनाया जाएगा संत कबीर का प्रकाश दिवस, नहीं निकलेगी शोभायात्रा

संत कबीर दास के प्रकाश दिवस के उपलक्ष्य में इस बार भी शोभायात्रा का आयोजन नहीं किया जाएगा। कोविड-19 के बचाव के निर्देशों का पालन करते हुए आल जम्मू कश्मीर मेघ सुधार सभा ने यात्रा आयोजित नहीं कराने का फैसला लिया।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 04:36 PM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 04:36 PM (IST)
Jammu : इस बार सादगी से मनाया जाएगा संत कबीर का प्रकाश दिवस, नहीं निकलेगी शोभायात्रा
संत कबीर दास के प्रकाश दिवस के उपलक्ष्य में इस बार भी शोभायात्रा का आयोजन नहीं किया जाएगा।

जम्मू, जागरण संवाददाता : संत कबीर दास के 623वें प्रकाश दिवस के उपलक्ष्य में इस बार भी शोभायात्रा का आयोजन नहीं किया जाएगा। कोविड-19 के बचाव के निर्देशों का पालन करते हुए आल जम्मू कश्मीर मेघ सुधार सभा ने यात्रा आयोजित नहीं कराने का फैसला लिया। यह जानकारी सभा के वरिष्ठ सदस्य नरेंद्र दत्त ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी। उन्होंने कहा कि इस बार गुरुजी का प्रकाश दिवस 24 जून को पड़ रहा है, लेकिन यह दिवस बहुत ही साधारण तरीके से मनाया जाएगा।

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ओल्ड रिहाड़ी स्थित मंदिर में पूजा-अर्चना की जाएगी, लेकिन शोभा यात्रा का आयोजन नहीं होगा। पिछले साल भी शोभायात्रा नहीं निकाली गई थी। नरेंद्र दत्त ने कहा कि हर साल प्रकाश दिवस के उपलक्ष्य में जम्मू में विशाल शोभायात्रा निकाली जाती है, जिसमें विभिन्न झांकियों को शामिल कराया जाता है। इसके माध्यम से लोगों तक संत कबीर जी की जीवन का बखूबी प्रदर्शन किया जाता है। जगह-जगह स्टाल लगाए जाते हैं। शोभयात्रा में सदगुरु कबीर जी महाराज के अनुयायी बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं, लेकिन इस साल हम यह समारोह नहीं करवा पा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि संत कबीर के अनुयायियों से गुजारिश है कि वे प्रकाश पर्व के कार्यक्रम को सादगी से मनाएं और करोना के बचाव के मापदंड का पालन करें। दूसरी ओर नरेंद्र दत्त ने कहा कि आल जम्मू-कश्मीर मेघ सुधार सभा आने वाले समय में समाज के लोगाें के उत्थान के लिए कई कार्यक्रम शुरू कराने जा रहा है। वहीं जम्मू-कश्मीर प्रशासन से मांग की है कि मेघ बिरादरी के विकास के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की जाए। क्योंकि आज भी बिरादरी के अधिकांश लोग शिक्षा और रोजगार से वंचित हैं। इन लोगों के विकास के लिए प्रशासन को अलग से सोचना होगा।


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