PM Scholarship Scheme : युवाओं का भविष्य संवार रही है प्रधानमंत्री विशेष स्कालरशिप योजना
PM Scholarship Scheme प्रधानमंत्री विशेष स्कॉलरशिप योजना को साल 2011 में शुरू किया था। इसका मकसद जम्मू कश्मीर के युवाओं को पढ़ाई के बेहतर अवसर प्रदान करके रोजगार दिलाना था। कोरोना के कारण इस बार दाखिला प्रक्रिया देरी से शुरू हुई है।
जम्मू, राज्य ब्यूराे: जम्मू कश्मीर और लद्दाख के युवाओं का भविष्य संवारने में प्रधानमंत्री विशेष स्कालरशिप योजना अहम भूमिका निभा रही है। हर साल पांच हजार युवाओं को स्कालरशिप पर देश के प्रतिष्ठित कालेजों में मिलेगा पढ़ाई का मौका मिलता है। इनमें सरकारी व प्राइवेट कालेज शामिल हैं।
प्रधानमंत्री विशेष स्कॉलरशिप योजना को साल 2011 में शुरू किया था। इसका मकसद जम्मू कश्मीर के युवाओं को पढ़ाई के बेहतर अवसर प्रदान करके रोजगार दिलाना था। कोरोना के कारण इस बार दाखिला प्रक्रिया देरी से शुरू हुई है। आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया गत छह सितंबर से शुरू हुई थी जो 15 सितंबर तक चलेगी। दस्तावेजों की जांच के लिए डिग्री कालेजों में सेंटर बनाए गए हैं। बारहवीं कक्षा के अंकों के मेरिट पर दाखिले होंगे।
उम्मीदवारों को पांच हजार सीटों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा से गुजरना पड़ेगा। औसतन बीस से पच्चीस हजार आवेदन किए जाते हैं। स्कालरशिप योजना में आवेदन करने के लिए जम्मू कश्मीर व लद्दाख का डोमिसाइल होना जरूरी है। इसमें बारहवीं कक्षा की परीक्षा देने वाले और पिछले साल बारहवीं कक्षा पास कर चुके विद्यार्थी योजना में आवेदन कर सकते हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में सरकारी और प्राइवेट प्रोफेशनल कॉलेजों में विद्यार्थियों को निशुल्क पढ़ने का मौका मिलता है।
विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग से लेकर एमबीबीएस, बीडीएस, होटल मैनेजमेंट समेत विभिन्न कोर्स देश के प्रतिष्ठित सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों में करने का मौका मिलता है। ऑल इंडिया काउंसिल फार टेक्निकल एजूकेशन हर साल जम्मू कश्मीर के उच्च शिक्षा विभाग के साथ मिलकर स्कॉलरशिप को प्रभावी तरीके से लागू करता है।
योजना के तहत सामान्य कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए 30 हजार प्रति वर्ष, इंजीनियरिंग कोर्स के लिए 1.25 लाख सालाना और मेडिकल व डेंटल कोर्स के लिए 3 लाख तक की स्कॉलरशिप प्रति विद्यार्थी दिए जाते है। इसके अलावा हर विद्यार्थी को एक लाख रुपये प्रति वर्ष अन्य चार्ज के लिए मिलते है। जो विद्यार्थी अपने बलबूते पर आइआइटी, नीट, मेडिकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज या केंद्रीय विवि में दाखिला लेते हैं वो भी स्कॉलरशिप के हकदार होते हैं। हॉस्टल फीस, पुस्तकें, स्टेशनरी व अन्य चार्ज को सीधे ही विद्यार्थियों के खाते में डाला जाता है।