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Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में सेहत योजना को लागू करने की तैयारियां जोरों पर, सभी पंजीकृत 16 लाख लोगों के बनाए जा रहे हैं कार्ड, दवाइयों की कमी होगी पूरी

जम्मू-कश्मीर में सभी लोगों को इस शुक्रवार से स्वास्थ्य वीमा योजना का लाभ मिलने वाला है।स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग तैयारियां कर रहा है। एक ओर जहां लोगों का पंजीकरण हो रहा है वहीं इंश्योरेंस कंपनी कार्ड बनाने में जुटी हुई है।

By lokesh.mishraEdited By: Published: Tue, 22 Dec 2020 05:00 AM (IST)Updated: Tue, 22 Dec 2020 05:00 AM (IST)
एक ओर जहां लोगों का पंजीकरण हो रहा है, वहीं इंश्योरेंस कंपनी कार्ड बनाने में जुटी हुई है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू: जम्मू-कश्मीर में सभी लोगों को इस शुक्रवार से स्वास्थ्य वीमा योजना का लाभ मिलने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। इसके लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग तैयारियां कर रहा है। एक ओर जहां लोगों का पंजीकरण हो रहा है, वहीं इंश्योरेंस कंपनी कार्ड बनाने में जुटी हुई है। राज्य में अपनी तरह की यह पहली योजना है। अभी तक यहां पर देश के अन्य भागों की तरह प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना ही लागू थी लेकिन इसका लाभ करीब 31 लाख लोगों को ही मिल रहा था। अभी तक इस योजना के तहत दो वर्ष में 94 हजार मरीजों ने पंजीकृत 229 अस्पतालों में अपना इलाज करवाया।

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यह योजना एक दिसंबर 2018 को जम्मू-कश्मीर में लागू हुई थी। लेकिन इसमें करीब एक करोड़ लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। इनमें कई गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोग भी थे जो कि यह आरोप लगाते थे कि उन्हें जानबूझ कर इससे वंचित रखा गया है। कुछ महीने पूर्व तत्कालीन उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना की तर्ज पर ही जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देने की घोषणा की थी।

इसके तहत भी हर परिवार को एक वर्ष में पांच लाख रुपयों के कैशलेस इलाज की सुविधा का प्रावधान है। अब 26 दिसंबर से यह योजना पूरे जम्मू-कश्मीर में लागू हो जााएगी। इससे एक करोड़ और लोगाें को लाभ मिलेगा और जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों को इस योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। पंजीकरण करवाने वाले हर व्यक्ति का अस्पताल में निशुल्क इलाज होगा।

इससे स्वास्थ्य विभाग पर अब अतिरिक्त बोझ भी बढ़ेगा। अभी अस्पतालों में मरीजों से बहुत ही दवाइयां व अन्य सामान बाजार से मंगवाया जाता है लेकिन यीेजना लागू होने के कारण कार्ड धारकों को उनके पैकेज के लिहाज सेसभी सामान अस्पताल से ही देना होगा। इसी को देखते हुए जम्मू-कश्मीर मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कारपोरेशन का काम होगा कि किसी भी अस्पताल में दवाइयों व अन्य जरूरी सामान कि किल्लत न हो।

वहीं इंश्योरेंस कंपनी को सभी पंजीकृत लोगों के कार्ड 26 दिसंबर से पहले तैयार रखने को कहा गया है। अभी तक सोलह लाख लोगों ने सेहत योजना के तहत अपना पंजीकरण करवा लिया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्तीय आयुक्त अटल ढुल्लू इस योजना की स्वयं निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने सभी विभागों को पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। वहीं उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक बार फिर दोहराया है कि सेहत योजना का लाभ जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों को मिलेगा।

डिवकॉम ने की सेहत योजना के प्रबंधों की समीक्षा

डिवीजनल कमिश्नर जम्मू संजीव वर्मा ने सेहत योजना के उदघाटन के लिए विभिन्न जिलों में किए जा रहे प्रबंधों के बारे में सभी डिप्टी कमिश्नरों के साथ बैठक कर जानकारी ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल मोड से इस योजना को 26 दिसंबर को शुरू कर रहे हैं। उन्होंने सभी डिप्टी कमिश्नरों से कार्यक्रम स्थल के बारे में जानकारी ली। लाभार्थियों की पहचान, बैनर और होर्डिंग्स, प्रोजेक्टर लगाने के बारे भी चर्चा की।डिप्टी कमिश्नर ने डिवीजनल कमिश्नर को कार्यक्रम स्थल के बारे में जानकारी दी। यह बताया गया कि सभी जिलों में जगह का चयन कर लिया गया है। जिला और ब्लाकस्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह भी बताया गया कि सभी जिलों में लाभार्थियों की पहचान कर ली गई है। इस पर डिवीजनल कमश्नर ने कहा कि यह सुनिश्चित बनाया जाए कि कार्यक्रम स्थल में इंटरनेट सही तरीके से काम करे। इसके लिए उन्होंने पहले ट्रायल करने को भी कहा।


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