Jammu Kashmir : बिजली वितरण के निजीकरण को लेकर प्रदेशभर में 18 अगस्त को विरोध प्रदर्शन होगा
बिजली वितरण के निजीकरण को लेकर प्रदेशभर में 18 अगस्त को विरोध प्रदर्शन होगा
जम्मू, जागरण संवाददाता । पॉवर इम्पलाइज इंजीनियर्स ने केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में बिजली वितरण के निजीकरण के खिलाफ प्रदेशभर एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। 18 अगस्त को प्रदेश में स्थित विभिन्न बिजली विभाग के कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारी एक घंटे एकत्र होकर सरकार के निजीकरण के फैसले के खिलाफ नाराजगी जताएंगे।
4 अगस्त को ऑनलाइन माध्यम से नेशनल कोआर्डिनेशनल कमेटी आफ इलेक्ट्रिसिटी इम्पलाइज एंड इंजीनियर्स से बैठक हुई
जेएंडके पॉवर इंजीनियर्स एंड इम्पलाइज कोआर्डिनेशन कमेटी के पदाधिकारियों की गत चार अगस्त को ऑनलाइन के माध्यम से नेशनल कोआर्डिनेशनल कमेटी आफ इलेक्ट्रिसिटी इम्पलाइज एंड इंजीनियर्स से बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्पलाइज के अध्यक्ष मोहन शर्मा ने की। उन्होंने रोष जताया कि केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में बिजली वितरण का निजीकरण किया जा रहा है जो अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ सरासर अन्याय है। उन्होंने इस मामले में प्रदेश के नए उपराज्यपाल मनोह सिन्हा से हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने कहा कि वह बिजली वितरण प्रणाली के संबंध में जारी संशोधित बिल का विरोध करते हैं।
कार्यालयों में कामकाज आम दिनों की तरह सुचारू रहेगा
जेएंडके पॉवर इंजीनियर्स एंड इम्पलाइज कोआर्डिनेशनल कमेटी के इंजीनियर जयपाल शर्मा ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में सरकार ने लोगों से एकत्र किए गए राजस्व से बिजली का ढांचा तैयार किया है और ऐसे में एकाएक सभी का निजीकरण करना पूरी तरह से अनुचित है। कोरोना वायरस महामारी से इस समय पूरा देश जूझ रहा है और ऐसे में निजीकरण करने से प्रदेश की जनता पर और अतिरिक्त बोझ बढ़ जाएगा। सरकार की ओर से राहत प्रदान की जाने चाहिए। केंद्रशासित प्रदेश के सभी जिलों और तहसीलों में 18 अगस्त को बिजली विभाग के कर्मचारी सरकार द्वारा बिजली वितरण प्रणाली के खिलाफ शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान कार्यालयों में कामकाज आम दिनों की तरह सुचारू रहेगा और बिजली आपूर्ति भी बाधित नहीं होगी।