Bovine Smuggling in Jammu : टैंकर में छिपाकर ले जाए जा रहे थे मवेशी, पुलिस ने करवाए मुक्त
पुलिस ने नाके पर जब टैंकर रोका तो वहां नाके पर तैनात एक पुलिसकर्मी को टैंकर के अंदर से मवेशियों की आवाज आई। उसे जब शक हुआ तो उसने टैंकर के ऊपर चढ़कर ढक्कन खोला तो अंदर मवेशी छिपाए गए थे।
जम्मू, जागरण संवाददाता : झज्जर कोटली पुलिस ने आयल आयल टैंकर में छिपाकर कश्मीर ले जाए जा रहे 18 मवेशियों को मुक्त करवाया है। मवेशियों को टैंकर में लादने से उनकी हालत खराब हो चुकी थी और अगर उन्हें समय रहते बाहर नहीं निकाला जाता तो उनका दम घुटने से मौत हो सकती थी।
झज्जर कोटली पुलिस ने इस आयल टैंकर को सकेतर इलाके में एक नाके पर रोका। इस टैंकर जेके21-1281 को चालक हरपाल सिंह निवासी नानक नगर चला रहा था जबकि टैंकर में छिपाए गए मवेशिय बिना चारे और पानी के थे। पुलिस ने नाके पर जब टैंकर रोका तो वहां नाके पर तैनात एक पुलिसकर्मी को टैंकर के अंदर से मवेशियों की आवाज आई। उसे जब शक हुआ तो उसने टैंकर के ऊपर चढ़कर ढक्कन खोला तो अंदर मवेशी छिपाए गए थे। टैंकर में मवेशियों को लादने के लिए विशेष केबिन बनाए गए थे ताकि बाहर से पता न चल सके। पुलिस ने टैंकर में मवेशी लदे देख चालक को दबोच लिया और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
इसके बाद पुलिस ने मवेशियों को बाहर निकाला और उन्हें पानी व चारा खाने को दिया। पुलिस ने मवेशियों की जांच के लिए वैटनरी डाक्टर को भी मौके पर बुलाया जिसने जांच में बताया कि अगर कुछ देर हो जाती तो उनमें कई मवेशी दम भी तोड़ सकते थे। यह पहला मामला नहीं हैं जब टैंकर में इस तरह से मवेशियों को छिपाकर तस्करी की जा रही हो। इससे पहले भी कठुआ पुलिस ने लखनपुर से मवेशियों को टैंकर से बरामद किया था। आमतौर पर मवेशियों की तस्करी ट्रकों या लोड कैरियर वाहनों में ही होती है लेकिन अब पुलिस से बचने के लिए तस्कर एसयूवी गाड़ियों व आयल टैंकरों का भी मवेशी तस्करी में करना शुरू हो गए हैं। पुलिस ने इस मामले में टैंकर चालक के खिलाफ मवेशियों के साथ क्रूरता का मामला भी दर्ज किया है।