Jammu Kashmir : ट्रैक्टर, ट्रालियाें में छिपकर बड़गाम की तरफ जा रहे 200 ईंट भट्ठा मजदूरों को पुलिस ने पकड़ा
प्रशासन ने कश्मीर देश के अन्य राज्यों से आने वाली श्रमिकों के लिए कोविड-19 की जांच काे अनिवार्य बनाया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो । कोविड-19 जांच से बचाकर, ट्रैक्टर ट्रालियाें में छिपाकर बड़गाम की तरफ ले जाए जा रहे 200 ईंट भट्ठा मजदूरों को शनिवार को पुलिस ने पकड़ लिया। सभी 31 ट्रैक्टर व ट्रालियां भी जब्त कर ली गई हैं। दोषी ट्रैक्टर चालकाें पर तीन लाख रुपये का जुर्माना भी लगाकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
प्रशासन ने कश्मीर देश के अन्य राज्यों से आने वाली श्रमिकों के लिए कोविड-19 की जांच काे अनिवार्य बनाया है। बड़गाम में तीन ईंट भट्ठा मालििकों ने अन्य राज्यों से करीब 200 श्रमिकों को काम के लिए बुलााया है। इन लोगों की दक्षिण कश्मीर में जांच होनी थी,लेकिन ईंट भट्ठा मालिकों ने इन मजदूरों को वहां ट्रैक्टर ट्रालियों में छिपाकर श्रीनगर तक पहुंचा लिया।रास्ते में कहीं भी इनकी जांच नहीं हो पायी,लेकिन पंथाचौक श्रीनगर में तैनात अधिकारियों ने इन्हें पकड़ लिया।
ट्रालियों में सामान के नीचे छिपाकर श्रमिकों को ब़डगाम पहुंचाए जाने के प्रयास की सूचना मिलते ही जिला उपायुक्त डा शाहिद इकबाल चौधरी भी मौके पर पहुंच गए। उन्हांने उसी समय 31 ट्रैक्टरों काे सील करने का निर्देश देते हुए दोषियों को तीन लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।
उन्होंने पकड़े गए सभी श्रमिकों की कोविड-19 जांच सुनिश्चित करते हुए निर्देश दिया है कि जब तक उनकी रिपोर्ट नहीं आ जाती जब तक उन्हें केंद्रों में रखा जाए। इस दौरान श्रमिकों को ठहरने व खाने पीने पर होने वाला सारा खर्च संबधित इंट भटठा मालिकों से वसूलने का निर्देश भी दिया गया है। बताया जा रहा है ये सभी श्रमिकों जिला बड़गाम केतीन नामी ईंट भटठा मालिकों सईद मंजूर, गुलाम मोहम्मद मंडु और अबरार वानी के पास काम करने जा रहे थे।चूंकि ये सभी ट्रैक्टर ट्रालियों मे छिपकर जा रहे थे इसी वजह से सभी को क्वारंटाइन केंद्र में भेजा गया है। यहां पर सभी को कोविड 19 की जांच होगी और रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।