Jammu: कविता विशेषांक पत्रिका ‘अमर सेतु’ का लोकार्पण
जम्मू कश्मीर राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की पत्रिका ‘अमर सेतु’ के कविता विशेषांक का विमोचन शनिवार को गवर्नमेंट महिला कॉलेज परेड ग्राउंड जम्मू में आयोजित समारोह में किया गया। अपने प्रकाशन के सातवें वर्ष में प्रवेश करने वाली पत्रिका ‘अमर सेतु’ के इस कविता विशेषांक में 18 प्रसिद्ध
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू कश्मीर राष्ट्रभाषा प्रचार समिति की पत्रिका ‘अमर सेतु’ के कविता विशेषांक का विमोचन शनिवार को गवर्नमेंट महिला कॉलेज, परेड ग्राउंड जम्मू में आयोजित समारोह में किया गया। अपने प्रकाशन के सातवें वर्ष में प्रवेश करने वाली पत्रिका ‘अमर सेतु’ के इस कविता विशेषांक में 18 प्रसिद्ध और स्थापित कवियों तथा कवियत्रियों के साथ-साथ नई प्रतिभा को भी मौका मिला है ।
जिन कवियाें की कविताओं को पत्रिका में स्थान मिला है, उनमेें पृतपाल सिंह बेताब, प्रो. ललित मगोत्रा, डा. निर्मल विनोद, शशि पाधा, डा.आदर्श मल्होत्रा , प्रो. शिवदेव सिंह मन्हास, श्याम साजन, राजेश्वर सिंह राजू, रणधीर सिंह रायपुरिया, सुभाष आनंद, संजीव खजूरिया, सुमित सूदन, संजय सिंह सम्याल, किरण कंचन, डा. संध्या रानी, नीलम वर्मा, अनुज शर्मा तथा नीलू थापा शामिल हैं।श्याम लाल रैना पत्रिका के संपादक हैं जबकि राजेश्वर सिंह राजू इसके सह संपादक हैं। इस अवसर पर प्रिंसिपल गवर्नमेंट महिला कॉलेज परेड ग्राउंड जम्मू, एस पी सारस्वत मुख्य अतिथि थे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध डोगरी और हिंदी लेखक प्रो. ललित मगोत्रा ने की।
जम्मू-कश्मीर राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के संचालक प्रो. भारत भूषण शर्मा ने जो पत्रिका के मुख्य संपादक भी हैं, ने इस अवसर पर समिति की गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि समिति का हमेशा से ही प्रयास रहा है कि उभरते हुए लेखकों को अवसर प्रदान किया जाए । उनके अनुसार कोविड-19 महामारी के चलते पत्रिका का यह अंक प्रकाशित होने में थोड़ा विलंब जरूर हुआ। लेकिन हर तिमाही में छपने वाली इस पत्रिका को सुचारू रूप से प्रकाशित करने की कोशिश की जाती रहेगी। उन्होंने बताया कि भविष्य में पत्रिका का एक कहानी विशेषांक और क्षेत्रीय सांस्कृतिक विरासत पर आधारित एक विशेषांक प्रकाशित किया जाएगा।
मुख्य अतिथि एस पी सारस्वत ने जम्मू-कश्मीर राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि पत्रिका का प्रकाशन उभरती हुई प्रतिभाओं को अवसर प्राप्त करता है। जिस से वो स्थापित हस्तक्षरों के साथ छपकर उनसे प्रेरणा ग्रहण करते हैं ।अमर सेतु के प्रकाशन पर समिति को धन्यवाद देते हुए उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी समिति ऐसे ही साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन करती रहेगी । अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रो. ललित मगोत्रा ने समिति के कविता विशेषांक के प्रकाशन पर बधाई दी। पत्रिका में प्रकाशित सभी रचनाओं की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड़-19 में कवियों ने अपने भावों को अलग ही ढंग से प्रस्तुत किया है, जो कि उनके मस्तिष्क में उपजने वाले भावों की सही नुमाइंदगी करता है । अगर अलग दृष्टि से देखा जाए तो इस महामारी के दौरान एक रचनाकार अपने आप के और भी करीब आ गया है। जिस से उसे कुछ हटकर रचनात्मक कार्य करने की प्रेरणा मिली । पत्रिका विमोचन के इस कार्यक्रम में हिंदी और डोगरी साहित्य से जुड़े कई प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में संजय सिंह सम्याल ने सभी का कार्यक्रम में में शामिल होने के लिए धन्यवाद किया।