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Narender Modi : प्रधानमंत्री मोदी का राहुल गांधी को करारा जवाब- कहा, दिल्ली में बैठे कुछ लोग हमें सिखा रहे लोकतंत्र

जम्मू-कश्मीर में वर्चुअल मोड से सेहत योजना का उदघाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि उन्हें लोकतंत्र का पाठ सिखा रहे हैं लेकिन पुडुचेरी में खुद पंचायत और निकाय चुनाव नहीं करवा रहे हैं।

By VikasEdited By: Published: Sat, 26 Dec 2020 07:25 PM (IST)Updated: Sat, 26 Dec 2020 11:44 PM (IST)
Narender Modi : प्रधानमंत्री मोदी का राहुल गांधी को करारा जवाब- कहा, दिल्ली में बैठे कुछ लोग हमें सिखा रहे लोकतंत्र
वर्चुअल मोड से सेहत योजना का उदघाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस व अन्य दलों पर जमकर बरसे।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। नए कृषि सुधारों पर सियायत के बीच  शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर जमकर बरसे। उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि दिल्ली में बैठे कुछ लोग उन्हें दिनभर कोसते हैं और उन्हें लोकतंत्र का पाठ सिखा रहे हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद वह खुद पुडुचेरी में पंचायत चुनाव तक नहीं करवा पा रहे हैं।

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वहीं, जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के एक वर्ष के भीतर यहां पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव करवाए गए हैं। हाल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने नए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए कहा था कि भारत में लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है।

जम्मू कश्मीर में वर्चुअल मोड से आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना 'सेहतÓ  का उदघाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि पुडुचेरी में वर्ष 2006 में पंचायत चुनाव हुए थे और 2011 में इनका कार्यकाल समाप्त हो गया। 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने पुडुचेरी में चुनाव करवाने के निर्देश दिए थे। इनकी (कांग्रेस) सरकार होने के बावजूद वहां चुनाव नहीं करवाए गए। बंगाल में ममता सरकार पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि जम्मू कश्मीर के सभी लोगों को सेहत योजना का लाभ मिल रहा है, लेकिन बंगाल में अभी तक आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजन का शुरू ही नहीं किया गया है।

जिला विकास परिषद के चुनाव में लोगों की भागेदारी गर्व की बात :

मोदी ने कहा कि जिला विकास परिषद के चुनावों ने जम्मू-कश्मीर में एक नया अध्याय शुरू किया है। कड़ाके की ठंड और कोरोना के बावजूद उत्साह से लोगों का भाग लेना भारत के लिए गर्व की बात है। जम्मू-कश्मीर के हर मतदाता की आंखों में मैंने अतीत को पीछे छोड़ते हुए बेहतर भविष्य का विश्वास देखा है।

उन्होंने कहा कि पहले उनकी पार्टी भी जम्मू-कश्मीर में सत्ता में थी। उन्होंने सत्ता केवल इसीलिए छोड़ी थी कि वे ग्रामीण स्तर पर लोगों को मजबूत बनाना चाहते थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अटल जी इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत की बात को लेकर हम सभी को दिशा निर्देश देते रहे हैं। इन्हीं तीन मंत्रों को लेकर आज जम्मू-कश्मीर आगे बढ़ रहा है। जम्मू कश्मीर में त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था महात्मा गांधी का सपना था। आज जम्मू-कश्मीर ने इसे पूर्णता हासिल कर लिया है।

अब हर योजना और कानून होता है लागू :

पीएम ने कहा कि पहले देश के लिए जो अधिकतर योजनाएं या कानून बनते थे, वह जम्मू-कश्मीर के लिए नहीं होते थे। अब ये इतिहास की बात हो चुकी हैं। शांति और विकास के जिस मार्ग पर जम्मू कश्मीर बढ़ रहा है, उसने राज्य में नए उद्योगों के आने का मार्ग भी बनाया है। आज जम्मू कश्मीर आत्मनिर्भर भारत अभियान में अपना योगदान दे रहा है। पहले 170 से ज्यादा सेंट्रल लॉ जो पहले एप्लीकेबल नहीं थे, वो अब एडमिनिस्ट्रेशन का हिस्सा हैं।

सीमा पर सेना और सुरक्षाबलों को दी गई खुली छूट :

पीएम ने कहा कि सीमा पार से होने वाली गोलाबारी हमेशा से चिंता का विषय रही है। बॉर्डर पर बंकर बनाने का काम तेज गति से किया जा रहा है। सांबा, पुंछ, जम्मू, कठुआ और राजौरी जैसी संवेदनशील जगहों पर बड़ी तादाद में ना सिर्फ बंकर बनाए गए हैं बल्कि नागरिकों के सुरक्षा के लिए सेना और सुरक्षाबलों को भी खुली छूट दी गई है।

 दो-तीन वर्ष में कश्मीर रेल मार्ग से देश से जुड़ जाएगा :

प्रधानमंत्री ने कहा कि सात दशक में जम्मू-कश्मीर में साढ़े तीन हजार मेगावाट बिजली की क्षमता तैयार हुई। बीते दो-तीन साल में हमने तीन हजार मेगावाट क्षमता जोड़ी। पीएम ने चिनाब दरिया पर बन रहे रेलवे ब्रिज का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसकी तस्वीर देखकर सभी का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले दो-तीन वर्ष में कश्मीर देश के साथ रेलवे से जुड़ जाएगा। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में मेट्रो, सेमी रिंग रोड़ का भी जिक्र किया।

लॉकडाउन में भी रखा किसानों का ध्यान :

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कालीन से लेकर केसर तक और सेब से लेकर बासमती तक क्या नहीं है। कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन के दौरान भी सरकार ने इस बात का ध्यान रखा कि यहां के किसानों को दिक्कत कम से कम हो। हमारी सरकार ने नेफेड को इस बात के लिए भी स्वीकृति दी है कि वो 2500 करोड़ रुपये की सरकारी गारंटी का उपयोग कर सके।

नए कृषि सुधारों ने जम्मू और घाटी में भी दोनों जगह फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लिए नए अवसर बना दिए हैं। इससे हजारों लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के मौके मिलने वाले हैं।

महामारी के दौरान जम्मू-कश्मीर में 18 लाख गैस सिलेंडर रिफिल करवाए

महामारी के दौरान जम्मू-कश्मीर में 18 लाख गैस सिलेंडर रिफिल करवाए। इसी तरह उन्होंने स्वच्छता अभियान का भी जिक्र किया। बिजली के क्षेत्र में क्रांतिप्रधानमंत्री ने कहा कि आधारभूत ढांचे में सरकार ने जम्मू-कश्मीर में तेजी से काम किया है। सात दशक में जममू-कश्मीर में साढ़े तीन हजार मेगावाट बिजली की क्षमता तैयार हुई। बीते दो-तीन साल में हमने तीन हजार मेगावाट क्षमता जोड़ी।


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