Jammu Kashmir : कश्मीर में स्कूलों के साइनबोर्ड में राष्ट्रध्वज की तस्वीर अनिवार्य, एक ही रंग के होंगे स्कूल
प्रशासन ने सभी सरकारी स्कूलों के साइनबोर्ड के लिए मानक डिजाइन तय कर राष्ट्रध्वज की तस्वीर अनिवार्य कर दी है। सभी सरकारी स्कूलों की इमारतों पर अलग अलग रंगों का पेंट भी नहीं होगा सिर्फ ग्रे और सफेद रंग ही बाहरी दीवारों पर होगा।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: कश्मीर में स्कूलों को आतंक व अलगाववाद की छाया से पूरी तरह मुक्त कराने का अभियान शुरू हो गया है। प्रशासन ने सभी सरकारी स्कूलों के साइनबोर्ड के लिए मानक डिजाइन तय कर राष्ट्रध्वज की तस्वीर अनिवार्य कर दी है। सभी सरकारी स्कूलों की इमारतों पर अलग अलग रंगों का पेंट भी नहीं होगा सिर्फ ग्रे और सफेद रंग ही बाहरी दीवारों पर होगा। स्कूल प्रबंधकों को प्रिंसिपलों को उपरोक्त आदेश का अनुपालन यथशीघ्र सुनिश्चित बनाने के लिए कहा गया है।
शिक्षा विभाग के मुताबिक स्कूल शिक्षा विभाग के उपनिदेशक योजना को स्कूली इमारतों में ग्रे व सफेद रंग की सफेदी कराने और साइन बोर्ड स्थापित करने का जिम्मा सौंपा गया है। साप्ताहिक रिपोर्ट प्रशासकीय विभाग को भेजनी है। यह काम 30 अप्रैल तक पूरा किया जाना है। शिक्षा विभाग के मुताबिक प्रत्येक जिले में मुख्य शिक्षाधिकारी (सीईओ) उन स्कूलों का पूरा ब्योरा तैयार करेगा जहां ग्रे व सफेद रंग से दीवारों को सजाया अथवा पेंट किया होगा।
उन्हेंं निर्धारित मानक के मुताबिक राष्ट्रध्वज की पृष्ठभूमि वाला साइनबोर्ड तैयार कर स्थापित करने वाले स्कूलों की सूची बनानी है। प्रत्येक जिले में सीईओ ने अपने अधीनस्थ सभी प्रिंसिपलों, क्षेत्रीय शिक्षाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे यह कार्य किसी भी सूरत में 30 अप्रैल से पहले पूरा करें और प्रत्येक रविवार को इस दिशा में हुई प्रगति की रिपोर्ट जमा कराएं।
जल्द ही स्कूलों में राष्ट्रगान भी गूंजेगा : समाजसेवी सलीम रेशी ने कहा कि बालमन पर किसी भी चीज का असर जल्द होता है। अलगाववादी और आतंकी तत्व भी सबसे पहले छात्रों को ही गुमराह करते हैं। जब छात्र रोजाना स्कूल में आते-जाते साइन बोर्ड पर राष्ट्ध्वज देखेंगे तो उनके दिलो दिमाग पर इसकी अमिट छाप और इसके प्रति सम्मान की भावना मजबूत होगी। अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद जम्मूू कश्मीर में कई सुखद बदलाव देखने को मिले हैं। आतंकियों के डर से कश्मीर के स्कूलों में सुबह की प्रार्थना सभा में राष्ट्रगान बंद हो चुका है, राष्ट्रध्वज स्कूली इमारतों में नहीं लहराया जाता था। जल्द ही स्कूलों में राष्ट्रगान भी गूंजेगा, इसकी हमें पूरी उम्मीद है।