महाराजा के जयघोष से गूंज उठा तवी का किनारा
जागरण संवाददाता जम्मू जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ विलय करने वाले अंतिम डोगरा शासक महार
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-कश्मीर का भारत के साथ विलय करने वाले अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह की जयंती पर बुधवार को शहर समेत पूरे संभाग में कई कार्यक्रम हुए। जम्मू शहर में तवी पुल के पास लगी महाराजा की प्रतिमा और इसी जीवनदायिनी नदी के किनारे उनकी याद में बने पार्क में लगी उनकी प्रतिमा के पास दिन भर जयकारे गूंजते रहे। कोरोना संक्रमण के चलते पहले की तरह इस बार कोई भव्य आयोजन या रैलियां तो नहीं निकलीं, लेकिन महाराजा की जयंती को लेकर लोगों में पूरा उत्साह रहा। महाराजा हरि सिंह की प्रतिमा पर विभिन्न संगठनों व गणमान्य लोगों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर महाराजा हरि सिंह की जयंती पूर राज्य में अवकाश घोषित करने की आवाज भी बुलंद की गई।
मुख्य कार्यक्रम श्री अमर क्षत्रिय राजपूत सभा की ओर से नारायण सिंह की अध्यक्षता में किया गया। सुबह सभा में हवन एवं प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद नारायण सिंह बिरादरी के सदस्यों के साथ महाराजा हरि सिंह पार्क पहुंचे और पुष्प महाराजा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से गुजारिश की कि जल्द महाराजा की जयंती पर सरकारी छुट्टी की घोषणा की जाए। कार्यक्रम में भाग लेने वालों में एमएस जम्वाल, बीएस जम्वाल, आरएस जस्त्रोटिया, बिशन सिंह, ठा. बलदेव बंदराल, अंचल सिंह, सुखदेव सिंह सलाथिया, शेखर सलाथिया, एसएस परिहार, जीएस जम्वाल, गौरव सलाथिया, नीरज आनंद, विभिन्न सभाओं के अध्यक्ष शामिल थे। वहीं, युवा राजपूत सभा के कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह गिली के नेतृत्व में बनतालाब से कोविड-19 की हिदायतों का पालन करते हुए गाड़ियों में महाराजा हरि सिंह पार्क पहुंच और महाराजा को नमन किया।