गांव की गलियों ने नहीं देखी विकास की रोशनी
गलियां नालियां खस्ता होने पर सियोड़ा के ग्रामीणों ने जताया रोष
संवाद सहयोगी, मीरां साहिब: गांव की गलियां और नालियां खस्ताहाल होने पर शुक्रवार को सियोड़ा बस्ती के ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने बस्ती में राज्य प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रोष जताया। उनका कहना था कि चुनाव के समय नेता विकास के बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन उसके बाद उनके दर्शन नहीं होते। स्थानीय प्रशासन भी ग्रामीण इलाकों की सुध नहीं लेता है। ऐसे में उनको प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ा।
प्रदर्शन कर रहे पंच रमण कुमार, कौशल्या देवी, हरबंस लाल, सत्या देवी, मनसा देवी, अशोक कुमार सहित अन्य ग्रामीणों ने कहा कि उनकी बस्ती की अधिकतर गलियां और नालियां खस्ताहाल हो गई हैं। इनकी हालत सुधारने के लिए न तो पंचायत की तरफ से कोई कदम उठाए जा रहे हैं और न प्रशासन की ओर से। लोगों ने कहा कि पंचायत सदस्यों का कहना है कि अभी तक उनके पास विकास के लिए कोई फंड नहीं पहुंचा है। लोगों का कहना है कि सरकार गांव-गांव तक विकास को पहुंचाने के दावे तो करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ भी नहीं किया जाता है। यही वजह है कि आज भी ग्रामीण क्षेत्र के लोग विकास से कोसों दूर हैं। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में ही प्रशासन ज्यादा विकास कार्य करवाने को प्राथमिकता देता है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब से बस्ती बसी है, तबसे इसकी किसी ने भी ज्यादा सुध नहीं ली। लोगों ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से गुहार लगाई कि उनकी बस्ती में भी विकास को पहुंचाया जाए, ताकि उनकी बस्ती की कायापलट हो सके। लोगों ने चेतावनी भी दी कि अगर जल्दी ही उनके गांव में विकास के कार्य शुरू नहीं करवाए गए, तो वह मुख्य सड़क पर उतरकर प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।