Jammu Kashmir: भारत-पाकिस्तान LoC पर नौशहरा सेक्टर के लोगों को आजादी के 74 सालों बाद मिली बिजली
नौशहर सेक्टर में 300 से अधिक ऐसे घर थे जिनमें कभी भी बिजली की सुविधा नहीं थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सौभाग्य बिजली योजना ने आज उनके घरों में फैले अंधेरे को दूर कर दिया है। सभी घरों को बिजली प्रदान कर दी गई है।
राजौरी, जेएनएन। भारत-पाकिस्तान सीमा पर नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में रहने वाले लोग जो विकास से अछूते कई सालों से अंधेरे में रहने को मजबूर थे, आज अपने घरों में बल्ब की रोशनी देख काफी खुश हैं। मोमबती की धीमी लोह की जगह घरों में फैली एलईडी बल्ब की दूधिया रोशनी देखने के बाद इन लोगों का कहना है कि सही मायनों में उन्हें आज आजादी मिली है, देश आजाद हुए भले 74 साल हो गए हैं परंतु मूलभूत सुविधाओं, विकास से दूर होने की वजह से वे ही नहीं उनके बच्चे भी अंधेरे की गिरफ्त में थे। जिला राजौरी के नौशहरा सेक्टर में दूरदराज व पहाड़ी इलाकों में रहने वाले सैकड़ों लोगों को सौभाग्य बिजली योजना के तहत बिजली कनेक्शन दिए गए।
नौशहरा के एक ऐसे ही पहाड़ी गांव में रहने वाले अब्दुल हमीद ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब उनके गांव में भी विकास को गति मिलेगी। उनके बच्चे अब दिन की रोशनी में नहीं बल्कि रात को बल्ब की रोशनी में भी पढ़ पाएंगे। उन्होंने सरकार का आभार जताते हुए कहा कि बिजली कनेक्शन मिलने के बाद हम बहुत खुश हैं। खासतौर पर उनके बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए यह बहुत बड़ी मदद है। बिजली के बिना काम करना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि नौशहर सेक्टर में 300 से अधिक ऐसे घर थे जिनमें कभी भी बिजली की सुविधा नहीं थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सौभाग्य बिजली योजना ने आज उनके घरों में फैले अंधेरे को दूर कर दिया है। सभी घरों को बिजली प्रदान कर दी गई है। पहले उन्हें मोबाइल चार्ज करने के लिए भी मुख्य कस्बे में जाना पड़ता था। सभी लोग बहुत खुश हैं।
आपको जानकारी हो कि जिला राजौरी के पहाड़ी व दूरदराज के कई ऐसे इलाके थे, जहां आजादी के बाद से बिजली नहीं आई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 सितंबर 2017 में सौभाग्य बिजली योजना को शुरू किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने ऐसे इलाकों को रोशन करने का बिड़ा उठाया और इन गांवों को रोशन करने के लिए नए ग्रिड, रिसीविंग स्टेशन स्थापित किए। जिला राजौरी में 20 हजार से अधिक घरों को इस योजना के तहत रोशन कर दिया गया है।
नौशहरा सब डिवीजन के असिस्टेंट इंजीनियर वरूण सढौता ने बताया कि नियंत्रण रेखा से सटे गांवों में बिजली की सर्विस लाइनें पहुंचाई जा रही हैं। लोगों को बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं। जल्द से जल्द इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। वहीं सरपंच साजिद परवेज ने कहा कि गांवों में बिजली आने के बाद लोगों में सकारात्मक अंतर आ रहा है। पहले ये लोग बच्चाें की पढ़ाई के लिए गांव को छोड़ने को मजबूर थे परंतु अब वे अपने पैतृक गांवों में रहकर बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं।बिजली के बिना उनके बच्चों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।