Move to Jagran APP

मेडल गर्व की बात पर आतंकियों के खात्मे से मिलेगी शहीद औरंगजेब की आत्मा को शांति

शहीद औरंगजेब को मरणोपरांत शौर्य चक्र मिलने पर उनके पिता व पूर्व सैनिक मुहम्मद हनीफ ने कहा कि मेडल मिलना गर्व की बात है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 16 Aug 2018 09:48 AM (IST)Updated: Thu, 16 Aug 2018 09:48 AM (IST)
मेडल गर्व की बात पर आतंकियों के खात्मे से मिलेगी शहीद औरंगजेब की आत्मा को शांति
मेडल गर्व की बात पर आतंकियों के खात्मे से मिलेगी शहीद औरंगजेब की आत्मा को शांति

पुंछ, जागरण संवाददाता। शहीद औरंगजेब को मरणोपरांत शौर्य चक्र मिलने पर उनके पिता व पूर्व सैनिक मुहम्मद हनीफ ने कहा कि मेडल मिलना गर्व की बात है, लेकिन जब तक मेरे बेटे के हत्यारे आतंकियों का सफाया नहीं हो जाता, तब तक औरंगजेब की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।

prime article banner

पुंछ जिले के उपजिला मेंढर के गांव सलानी में रहने वाले मुहम्मद हनीफ ने कहा कि मेरा बेटा बहादुर सिपाही था, वह कभी गोली से नहीं डरता था। आतंकियों ने उसे निहत्थे अगवा करके मारा है, इस बात का दुख हमेशा रहेगा। इसलिए मेडल तो मिलते रहेंगे, इसका तब तक कोई मतलब नहीं, जब तक आतंकी खुले घूम रहे हैं।

सरकार अपना वादा पूरा करे और मेरे बेटे के हत्यारों को मार गिराए। सेना की 44 राष्ट्रीय राइफल्स के राइफलमैन औरंगजेब को आतंकियों ने पुलवामा में 14 जून को अगवा कर गोलियों से भून डाला था, जब वह ईद मनाने अपने घर जा रहे थे।

आतंकियों ने औरंगजेब के अंतिम समय का विडियो भी वायरल किया था, जिससे उसके परिवार व गांव के लोगों में काफी था। आतंकियों के खात्मे के लिए शहीद औरंगजेब के गांव के पचास से अधिक युवा भी अरब देशों से नौकरियां छोड़कर गांव लौट आए थे। ये सभी सेना व पुलिस में भर्ती करने की मांग कर चुके हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.