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Terror Funding: पीडीपी नेता वाहीद पारा को 15 दिन की NIA हिरासत में भेजा गया

एनआइए को शक है कि पारा का हिजबुल आतंकी संगठन के साथ संबंध है। एनआइए कोर्ट में पेश करके उसकी रिमांड बढ़ाए जाने की मांग की जाएगी। पारा को गिरफ्तार करने से पहले उनसे सोमवार और मंगलवार को पूछताछ भी की गई थी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 09:07 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 03:11 PM (IST)
Terror Funding: पीडीपी नेता वाहीद पारा को 15 दिन की NIA हिरासत में भेजा गया
पारा ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान पीडीपी पार्टी की उम्मीदवार महबूबा मुफ्ती के लिए उनसे समर्थन मांगा था।

जम्मू, जेएनएन। राष्ट्रीय जांच एजेंसी कोर्ट ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता और यूथ विंग के प्रधान वाहीद-उर-रहमान पारा को हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकवादी समूह के साथ अपने कथित संबंधों के लिए 15 दिनों की हिरासत में भेज दिया। आज शुक्रवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने वाहीद पारा को जम्मू में एनआइए अदालत में पेश किया। जांच एजेंसी द्वारा कोर्ट को सौंपे गए तथ्यों के आधार पर अदालत ने पारा को 15 दिन के लिए एनआइए की कस्टडी में भेज दिया।

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इससे पहले एजेंसी के नई दिल्ली मुख्यालय में दो दिनों तक सोमवार और मंगलवार को पारा से पूछताछ भी की थी परंतु जब उनसे कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो जांच को आगे बढ़ाने के लिए एजेंसी ने उन्हें बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। गत वीरवार को उन्हें दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जम्मू एनआइए कोर्ट में पेश करने के लिए ट्रांजिस्ट रिमांड दिया गया। आज दोपहर को पारा को जम्मू की एनआइए कोर्ट में पेश किया गया। 

दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा से हाल ही में जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनावों के लिए पारा ने अपना नामांकन दाखिल किया था। एनआइए ने पारा को गत बुधवार को इरफ़ान शफी मीर के साथ कथित रूप से घनिष्ठ संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया। आपको बता दें कि इरफान को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नवीद बाबू और जम्मू-कश्मीर के निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार किया था।

निलंबित डीएसपी पर भी हिजबुल मुजाहिदीन के साथ संबंध रखने का आरोप है। अभी तक एनआइए द्वारा की गई जांच में यह साबित भी हो गया है कि डीएसपी का सीधा संबंध पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों के आकाओं से भी थे। इसी मामले की जांच कर रही एनआइए की टीम जब मीर के फोन रिकार्ड खंगाल रही थी तो उन्हें पता चला कि वह पारा के साथ घनिष्ठ संपर्क में था।

अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मीर ने भी पूछताछ के दौरान बताया कि पारा ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान पीडीपी पार्टी की उम्मीदवार महबूबा मुफ्ती के लिए उनसे समर्थन मांगा था। अधिकारियों ने कहा कि पारा को गिरफ्तार करने से पहले उनसे सोमवार और मंगलवार को पूछताछ भी की गई थी। एनआइए को शक है कि पारा का हिजबुल आतंकी संगठन के साथ संबंध है। आज पारा को एनआइए कोर्ट में पेश करके उसकी रिमांड बढ़ाए जाने की मांग की जाएगी ताकि जांच को आगे जारी रखा जा सके। 


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