पीडीपी संरक्षक बेग ने महबूबा पर बोला हमला, कहा-उनके भड़काऊ बयान ने केंद्र को 370 हटाने के लिए उकसाया
मुजफ्फर हुसैन बेग ने महबूबा और अलगाववादी खेमे को लताड़ते हुए कहा कि अगर ये लोग भड़काऊ बयानबाजी न करते तो आज राज्य का दर्जा बरकरार रहता।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। पीडीपी एक बार फिर बड़ी टूट के कगार पर पहुंच गई है। आठ पूर्व विधायकों के अनुच्छेद 370 के खात्मे के समर्थन के बाद अब पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग ने सीधा महबूबा को ही निशाने पर ले लिया है। उन्होंने हमला बोला कि महबूबा के भड़काऊ बयानों से जम्मू कश्मीर का अलग दर्जा चला गया। बेग ने खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ की। साथ ही उन्होंने पहली बार खुलकर हुर्रियत को भी लताड़ा।
पीडीपी ने नौ पूर्व विधायकों व एमएलसी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा पार्टी की उठापटक को थामने का भले ही प्रयास किया हो पर बेग पर पार्टी चुप है। बता दें कि बेग पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से हैं और पहले भी अनदेखी का आरोप लगाकर पार्टी छोडऩे का एलान कर चुके हैं। बाद में महबूबा ने उन्हें मना लिया था और पार्टी का संरक्षक बना दिया था। इस समय महबूबा स्वयं हिरासत में हैं और उनके नाम पर उनकी बेटी सक्रिय हैं। वह 370 और अन्य विषयों पर ट्विटर पर केंद्र सरकार को घेरने का प्रयास करती रही हैं।
ऐसे में मुजफ्फर हुसैन बेग द्वारा प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की तारीफ करना नए तूफान का ही संकेत है। कुछ विश्लेषकों का यहां तक कहना है कि पार्टी का एक बड़ा तबका महबूबा को पीछे छोड़ विकास की राह पर आगे बढऩे को तैयार है। पत्रकार वार्ता में बेग ने साफ किया कि अब आगे बढऩे का समय है और अब हमें पूर्ण राज्य का दर्जा और बंदियों की रिहाई का मुद्दा उठाना चाहिए। साथ ही उन्होंने पहाड़ी राज्यों की तर्ज पर नौकरी और संपत्ति का हक सुरक्षित रखने की बात की। बेग ने कहा कि हमें एक बात ध्यान में रखनी होगी कि हमें जो मिलेगा केंद्र सरकार से ही मिलेगा। हमें यह सब प्राप्त करने के लिए दबाव या टकराव का रास्ता नहीं अपनाना है। हालांकि, बेग ने तीसरा मोर्चा गठन की अटकलों को खारिज कर दिया और कहा कि कश्मीर में जब पहला, दूसरा मोर्चा नहीं है तो तीसरा कहां होगा।
गौरतलब है कि अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व में आठ नेता मंगलवार को उप राज्यपाल से मिले थे और 370 को पीछे छोड़ विकास की राह पर आगे बढऩे की वकालत की थी। बृहस्पतिवार को भी पीडीपी नेताओं ने विदेशी राजनयिकों से मुलाकात की है। इन नेताओं को पार्टी ने बाहर कर दिया है। इसमें बेग के भतीजे जावेद हसन बेग भी शामिल थे।
महबूबा को लताड़ा : पत्रकारों से बातचीत में मुजफ्फर हुसैन बेग ने जम्मू-कश्मीर की मौजूदा संवैधानिक और राजनीतिक व्यवस्था के लिए महबूबा मुफ्ती और अलगाववादी खेमे को लताड़ा। उन्होंने कहा कि अगर ये लोग भड़काऊ बयानबाजी न करते तो आज राज्य का दर्जा बरकरार रहता। बेग ने महबूबा द्वारा अनुच्छेद 370 की समाप्ति पर जम्मू-कश्मीर में तिरंगा थामने वाले किसी कंधे के न रहने संबंधी बयान पर कहा कि यह अत्यंत भड़काऊ बयान था।
मोदी, शाह, डोभाल तीनों ईमानदार : बेग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की सराहना करते हुए कहा कि यह तीनों ही ईमानदार हैं। तीनों ही काबिल हैं। मोदी ने दुनियाभर में भारत की साख को मजबूत किया है।
हुर्रियत को लताड़ा : बेग ने हुर्रियत का नाम लिए बगैर कहा कि वर्ष 2016 में जब केंद्र से एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कश्मीर आया तो कई नेताओं ने उसके लिए अपने घरों के दरवाजे नहीं खोले। इससे भाजपा को लगा कि अनुच्छेद 370 को खत्म करना जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि पाक और चीन से हमें कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए। बेग ने कहा कि कश्मीर में हालात शांत और सामान्य हैं। जिस तरह का केंद्र ने सुरक्षा का बंदोबस्त किया, उसके कारण एक भी गोली नहीं चली।
डोगरों, गुज्जर और कश्मीरियों के हितों को संरक्षित किया जाए : बेग ने कहा कि पूर्वाेत्तर के राज्यों और हिमाचल प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में स्थानीय लोगों के हितों को सुरक्षित बनाने के लिए अनुच्छेद 371 के तहत डोमिसाइल का प्रावधान है। अनुच्छेद 35ए हमारे डोमिसाइल अधिकारों को सुनिश्चित बनाता था। महाराजा हरि ङ्क्षसह ने यह कानून डोगरों, कश्मीरियों के हितों के लिए ही बनाया था। हम यही चाहते हैं कि जम्मू प्रांत के डोगरों, गुज्जर, पहाडिय़ों और कश्मीरियों के हितों को भी संरक्षित किया जाए।