जम्मू में तेंदुए के हमले के बाद जंगल से सटे इलाकों में दहशत का माहौल
जागरण संवाददाता जम्मू गांधीनगर में तेंदुए के हमले और बाहु फोर्ट के पास जंगल से सटे इला
जागरण संवाददाता, जम्मू : गांधीनगर में तेंदुए के हमले और बाहु फोर्ट के पास जंगल से सटे इलाके में दूसरे तेंदुए के दिखाई देने बाद से यहां रहने वालों में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोगों ने वन्यजीव विभाग से दूसरे तेंदुए को भी जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है।
शहर के बाहरी क्षेत्र बाहू फोर्ट के जंगल से सटे रिहायशी इलाके पक्का तालाब में हायर सेकेंडरी स्कूल के पास रहने लोग अब शाम होते ही अपने घरों में कैद हो जाते हैं। कई बार जंगल में तेंदुआ दिखने के बाद से लोग डरे हुए हैं। बच्चों को भी शाम को घर से बाहर खेलने के लिए मना किया गया है। पक्का तालाब में 35 घर हैं, जो जंगल से काफी पास बने हैं। इस इलाके में कुछ दिन पहले एक तेंदुए ने एक कुत्ते का शिकार किया था। स्थानीय लोगों की मानें तो तेंदुए द्वारा कुत्ते का शिकार करने के बाद आए दिन कोई न कोई तेंदुआ इलाके में नजर आने लगा है। उनका कहना है कि जंगल में कम से कम तीन तेंदुए हो सकते हैं। कुछ दिन पहले एक तेंदुआ अपने शावक के साथ देखा गया था। तेंदुए को भगाने के लिए लोगों ने घरों में रखे हैं पटाखे
पक्का तालाब इलाके में जब से तेंदुए ने कुत्ते का शिकार किया, उसके बाद से स्थानीय लोग भी अपने स्तर पर बचाव के इंतजाम करने लगे हैं। घर के बाहर अब वे रोशनी रखते हैं, ताकि जंगल में तेंदुआ आए तो उसे देखा जा सके। लोगों ने नगर निगम से मांग की है कि सभी स्ट्रीट लाइट ठीक की जाएं, ताकि गलियों में पर्याप्त रोशनी रहे। इसके साथ ही लगभग हर घर में तेंदुए को भागने के लिए लोगों ने पटाखे भी जमा किए हैं, ताकि जैसे ही तेंदुआ नजर आए तो वे पटाखे जलाकर उसे भगा सकें। वन्यजीव संरक्षण विभाग की टीम ने लगाया पिंजड़ा
तेंदुए को पकड़ने के लिए वन्यजीव संरक्षण विभाग की एक टीम पहले ही यहां पर तैनात कर दी गई है। उन्होंने तेंदुए को पकड़ने के लिए जंगल में पिंजड़े भी लगाए हैं। वन्यजीव संरक्षण विभाग के वार्डन अनिल अत्री का कहना है कि बाहु क्षेत्र संरक्षित जंगल है, जहां जंगली जीव तो होंगे ही। चिता यह है कि साथ लगता रिहायशी इलाका भी है। जंगली जीव कहीं भटककर ं न पहुंच जाए, इसका हमें ख्याल रखना है। फोटो 30,31,32
तेंदुए को देखने वाले बोले-सरकार दे सुरक्षा का भरोसा
पक्का तालाब के रहने वाले सब्जराम ने बताया कि उन्होंने खुद घर के पास तेंदुए को देखा था। तेंदुआ कभी भी दोबारा आ सकता है। इसलिए शाम को घरों से बाहर नहीं आते। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह जल्द से जल्द क्षेत्र में तेंदुए से बचाव के लिए इंतजाम करे। हमें सुरक्षा का भरोसा दिलाया जाए।
चैन सिंह का परिवार भी तेंदुए को देख चुका है। उनकी लड़की ने 15 फुट की दूरी पर जब तेंदुए को देखा तो शोर मचाया। चैन सिंह का कहना है कि अब पूरे मोहल्ले के लोग दहशत में जी रहे हैं। बच्चे बाहर खेलने नहीं जा सकते। हर पल डर सताता रहता है।
पक्का तालाब मोहल्ले के प्रधान प्रेम कुमार ने सरकार से मांग की कि उनके इलाके में घनी तारबंदी होनी चाहिए, ताकि यहां तेंदुआ नहीं आ पाए और लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें। जब तक तेंदुआ काबू में नहीं आ जाता, यहां पर वन्यजीव संरक्षण विभाग व पुलिस की गश्त रहनी चाहिए।
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जल्द पकड़ा जाना चाहिए तेंदुआ: कारपोरेटर
बाहु क्षेत्र के कारपोरेटर शामलाल बस्सन ने कहा कि पक्का तालाब मोहल्ले में अधिकतर गरीब लोग रहते हैं। अनेकों के घर भी बहुत अच्छे नही हैं। वन्यजीवों से इनकी सुरक्षा करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। यहां बार बार दिखने वाले तेंदुए को काबू करने की जरूरत है। यह लोगों की सुरक्षा के लिए जरूरी है। -------------------------------
जंगल से सटे रिहायशी इलाकों को मिलेगा तारबंदी का कवच : मेयर
नगर निगम के मेयर चंद्रमोहन गुप्ता ने कहा कि बाहु फोर्ट क्षेत्र में जंगल के साथ सटे मोहल्ले के आगे तारबंदी की जाएगी। यह इसलिए ताकि कोई भी जंगली जीव इस मोहल्ले में घुस न पाए। डीएफओ अर्बन को इस बारे में कदम उठाने के लिए कहा गया है। प्रशासनिक अधिकारियों से भी बातचीत हुई है। यहां जल्द से जल्द तारंबदी हो जाए, यही हमारा प्रयास रहेगा।