J&K : टेरर फंडिंग मामले में पाक के नंबरों की जांच
सांबा के एडिशनल एसपी फैसल कुरैशी का कहना है कि पड़ताल में साइबर क्राइम की मदद भी ली जा रही है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । औद्योगिक क्षेत्र बड़ी ब्राह्मणा में टेरर फंडिंग के शक में पकड़े गए दोनों युवकों से पुलिस पूछताछ कर रही है। उनके मोबाइल पर पाकिस्तान के नंबर मिलने की तफ्तीश में पुलिस ने शनिवार को पूछताछ की कि ये नंबर किसके हैं, जिस से आरोपित मोहनलाल और अमित दीक्षित को पाकिस्तान के नंबरों से फोन आया है। उनका आरोपितों से क्या रिश्ता है।
पुलिस को शक है कि यह टेलीफोन जिसका शुरुआती नंबर 92 है, किसी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन से न हो। सांबा के एडिशनल एसपी फैसल कुरैशी का कहना है कि पड़ताल में साइबर क्राइम की मदद भी ली जा रही है। दोनों आरोपित राजस्थान के रहने वाले हैं और दस साल से बड़ी ब्राह्मणा में सेना की कैंटीन में काम कर रहे थे। सेना की इंटेलिजेंस एजेंसी ने दोनों को 23 अगस्त को पकड़ा था। उनके मोबाइल फोन और व्हाट्सएप पर पाकिस्तान से रिंग और मैसेज आया था।
पूछताछ के बाद दोनों आरोपितों को सैन्य एजेंसियों ने पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस को शक है कि टेरर फंडिंग मामले में दोनों आरोपितों का कोई हाथ तो नहीं। मामला इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि दोनों सैन्य शिविर कैंटीन में काम कर रहे थे।