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भारतीय सीमा में घुसा पाकिस्तानी ड्रोन, संवेदनशील इलाकों की कर रहा था रेकी, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी ड्रोन कुछ समय के लिए भारतीय क्षेत्र में घुस आया। ड्रोन भारत की अग्रिम चौकियों में जवानों की तैनाती और संवेदनशील इलाकों की रेकी कर रहा था।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 20 Aug 2019 09:15 AM (IST)Updated: Tue, 20 Aug 2019 10:20 AM (IST)
भारतीय सीमा में घुसा पाकिस्तानी ड्रोन, संवेदनशील इलाकों की कर रहा था रेकी, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
भारतीय सीमा में घुसा पाकिस्तानी ड्रोन, संवेदनशील इलाकों की कर रहा था रेकी, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट

जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर में हालात अब धीरे-धीरे सामान्य होने लगे हैं। अनुच्छेद 370 कमजोर होने और केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से ही कश्मीर में धारा 144 लागू थी। श्रीनगर में करीब 14 दिन बाद घाटी में स्कूल खुल गए हैं, अब अलग-अलग कई ऐसी परेशानी है जिसका सामना कर उसका निपटारा आवश्‍यक हो  गया  है। ऐसे में एक बार फिर सुरक्षाबलों के लिए शांत माहौल बनाने की चुनौती है। ऐसे में आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तानी ड्रोन कुछ समय के लिए भारतीय क्षेत्र में घुस आया। 

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भारतीय क्षेत्र में घुसा पाकिस्तानी ड्रोन

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तानी ड्रोन कुछ समय के लिए भारतीय क्षेत्र में घुस आया। कुछ देर तक हवा में मंडराने के बाद ड्रोन वापस चला गया। यह घटना सोमवार देर रात की है। आरएस पुरा के मंगराल अग्रिम भारतीय पोस्ट और उसके साथ लगते रिहाइशी इलाकों में मंडराने के बाद ड्रोन वापस पाकिस्तान लौट गया। इस घटना को लेकर इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया।

सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। अनुच्छेद 370 को हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन के बाद पाकिस्तान नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा से आतंकियों की घुसपैठ करवाने की कोशिश करने में लगा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से भेजा गया ड्रोन भारत की अग्रिम चौकियों में जवानों की तैनाती और संवेदनशील इलाकों की रेकी कर रहा था।

कश्मीर में गिलानी के घर चल रहा था इंटरनेट, दो कर्मचारी सस्पेंड

जानकारी हो कि दूसरी और राज्य प्रशासन ने अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी को लैंडलाइन और इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए बीएसएनएल के दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। राज्य प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के ठीक पहले पूरे कश्मीर में लैंडलाइन सेवा और मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया था,लेकिन यह पाया गया कि इसके चार दिन बाद भी सैयद अली शाह गिलानी के घर लैंडलाइन और इंटरनेट सभी चल रहा था।

गिलानी अपने ट्विटर एकाउंट से लगातार ट्वीट कर रहे थे। इस दौरान घाटी में किसी को भी इंटरनेट की सुविधा नहीं थी। दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को घरों में नजरबंद किया गया है, लेकिन प्रशासन को यह जानकारी नहीं थी कि गिलानी घर में बैठ कर इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। जब गिलानी ने अपने एकाउंट से ट्वीट किया तो हडकंप मच गया कि गिलानी के पास इंटरनेट की सुविधा कहां से आ गई। इसके बाद केंद्र सरकार और जेके पुलिस ने ट्विटर  को गिलानी सहित अन्य के एकाउंट बंद करने की सिफारिश की।

उनका कहना था कि गिलानी के संदेशों से घाटी में नफरत का माहौल बन रहा है। बावजूद इसके आठ अगस्त की सुबह तक गिलानी के के पास इंटरनेट की सुविधा थी। अब राज्य प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए बीएसएनएल के दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।

राह मिलन बस सेवा स्थगित, पाक ने नहीं खोले गेट

भारत-पाक नियंत्रण रेखा पर स्थित चकना-द-बाग से पुंछ व गुलाम कश्मीर के बीच चलने वाली राह ए मिलन बस सेवा स्थगित कर दी गई। सोमवार सुबह स्पोर्ट्स स्टेडियम पुंछ से कड़ी सुरक्षा के बीच 27 गुलाम कश्मीर के नागरिकों को रवाना किया गया, लेकिन पाकिस्तानी प्रशासन ने सीमा पर गेट नहीं खोले। काफी देर तक वाहन सीमा के पास खड़ा रहा। जवाब नहीं मिलने पर सभी नागरिक अपने रिश्तेदारों के पास लौट आए।

जिला विकास आयुक्त राहुल यादव ने बताया कि गुलाम कश्मीर के नागरिक करीबी रिश्तेदारों से मिलने भारत आए हुए थे। इनके परमिट की अवधि खत्म हो चुकी है। पाक प्रशासन से लगातार संपर्क किया जा रहा है। गौरतलब है कि भारत-पाक में आपसी सौहार्द बढ़ाने के उद्देश्य से वर्ष 2006 में पुंछ-रावलाकोट के बीच राह-ए-मिलन बस सेवा शुरू की गई थी। 

अफवाहें फैलाने के आरोप में डान काबू

भारत-पाकिस्तान के बीच जंग शुरू होने की झूठी अफवाहें फैलाना अखनूर के चालीस वर्षीय यशबीर सिंह उर्फ डान निवासी धानपुर तहसील खौड़, अखनूर को भारी पड़ गया। पुलिस ने अखनूर थाने में दर्ज मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया।

एसएसपी जम्मू तेजेंद्र सिंह ने बताया कि अफवाहें फैलने के बाद पुलिस उसकी जड़ तक पहुंचने में जुट गई। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि अखनूर बाजार में यशबीर सिंह ने लोगों को भारत-पाकिस्तान में जंग शुरू होने की बात बताई, जिससे लोग घबरा गए और सामान की खरीददारी में जुट गए। उसने कहा कि लोग अपने वाहनों में पेट्रोल डलवा लें। घरों में राशन भर लें। इससे अफरा-तफरी मच गई। पेट्रोल पंप पर भीड़ को देख कर पूरे कस्बे में हालात खराब होने की अफवाहें फैल गई।

एसएसपी ने कहा कि पुलिस ने यशबीर सिंह को गिरफ्तार करने से पूर्व कई लोगों के बयान दर्ज किए हैं। सभी ने बताया है कि यशबीर सिंह ने ही उन्हें जंग शुरू होने की बात बोली थी। यशबीर सिंह पर पहले भी अखनूर थाने में एनडीपीएस, एक्साइज एक्ट और युवतियों से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज है। वह अक्सर नशे का सेवन भी करता है।

एसएसपी जम्मू ने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और स्थानीय पुलिस थाने या पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर अफवाहों की सच्चाई का पता लगा लें। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पुलिस अफवाह फैलाने वाले कुछ और लोगों को गिरफ्तार करेगी। जम्मू में यह पहली गिरफ्तारी है।

काबिलेगौर है कि अखनूर पुलिस ने गत रविवार को अफवाह फैलाने वाले अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध सीआरपीसी की धारा 505 के तहत मामला दर्ज किया था। इसी मामले के तहत यशबीर सिंह को गिरफ्तार किया गया है।

प्रशासन ने हटाई पाबंदियां, बाजारों में दिखी चहल-पहल

प्रशासन ने सभी पाबंदियों को हटा लिया है, जिससे बाजारों में काफी रौनक देखने को मिली। वहीं, लोगों की भीड़ देखकर दुकानदार भी काफी खुश नजर आए। प्रशासन द्वारा जिले सोमवार को सभी पाबंदियों को हटाने से क्षेत्र के साथ ही बाजारों में भी काफी चहल-पहल है। दूरदराज क्षेत्रों से ग्रामीण भी बाजारों में पहुंचकर खरीददारी कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा अभी भी पूरे जिले में सुरक्षा के काफी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं, ताकि क्षेत्र में अगर कोई शरारती तत्व हालात खराब करने का प्रयास करे तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।

सोमवार को सभी सरकारी कार्यालय भी खुले। इनके साथ-साथ स्कूल व कॉलेज भी खुले रहे, जिससे क्षेत्र में काफी रौनक देखने के मिली। वहीं, यात्री वाहन चलने से दूरदराज क्षेत्रों से भी लोग शहर में अपनी जरूरत का सामान खरीदने के लिए पहुंचे। दुकानदारों का कहना था कि हालात ठीक है किसी को डरने व परेशान होने की कोई जरूरत नहीं हैं। वह बिना किसी परेशानी के बाजारों में आकर जरूरत का सामान ले सकते हैं। 

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