आतंकियों की सुरक्षित घुसपैठ के लिए पाक ने एलओसी पर लगाई आग
बारूदी सुरंगों में विस्फोट कर रास्ता साफ करने की रची साजिश पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में पिछले चार दिनों से आग लगी -------
गगन कोहली, राजौरी
पाकिस्तानी सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आग लगाने की पीछे साजिश यह है कि यह आग भारतीय क्षेत्र में पहुंचकर बारूदी सुरंगों में विस्फोट कर दे ताकि जब भी आतंकी घुसपैठ करें तो उनके लिए रास्ता साफ मिले। यह आग कोई सीमित क्षेत्र में नहीं लगाई जाती है, बल्कि इसे कई किलोमीटर के दायरे में फैलाया जाता है। इसे बुझाने में भारतीय सेना को काफी समय लग जाता है। इतना ही नहीं, आग बुझाने के दौरान भी पाकिस्तान गोलाबारी कर आतंकियों को घुसपैठ कराने की कोशिश करता है। इसके बावजूद भारतीय सेना आग को बुझाने के तुरंत बाद फिर से बारूदी सुरंगों को बिछा देती है ताकि आतंकी घुसें तो वह इसकी चपेट में आकर वहीं ढेर हो जाएं।
पुंछ जिले के मनकोट सेक्टर में पिछले चार दिनों से आग लगी हुई है। यह आग पाकिस्तान की ओर से लगाई गई है। इस आग की चपेट में आने से पचास से अधिक बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो चुके हैं। और भी बारूदी सुरंगे लगातार फट रही हैं। आग पर काबू पाने का प्रयास लगातार सेना व सेना के दमकल कर्मियों द्वारा किया जा रहा है। पाकिस्तान ऐसी हरकतें अक्सर करता रहता है। खासतौर पर गर्मी के मौसम में। इसके पहले भी सीमा पार से लगी आग ने भारतीय क्षेत्र में आकर राजौरी के झंगड़, लाम, कलाल, मंजाकोट, कृष्णा घाटी सेक्टर में भारी नुकसान किया था। यह आग भारतीय सेना की अग्रिम चौकियों तक पहुंच जाता है। पाकिस्तान की यह भी चाल है कि आग से भारतीय चौकियों को नुकसान पहुंचाया जा सके। नई बारूदी सुरंग बिछाने में देरी नहीं करती सेना
आग की चपेट में आने से जैसे ही बारूदी सुरंगों में विस्फोट होता है तो ठीक सेना के जवान उसी समय आग को बुझाकर नई बारूदी सुरंग बिछाने का काम शुरू कर देते हैं ताकि कोई भी घुसपैठिया बचकर न निकल पाए। इसलिए आग लगाए जाने के दौरान सेना के जवान अधिक सतर्क हो जाते हैं। पाक सेना द्वारा आग लगाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि वह बारूदी सुरंगों को नष्ट कर अधिक से अधिक आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवा सके।
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