Militancy in Kashmir: सेना को भारतीय वायुसीमा में ड्रोन को देखते ही मार गिराने के निर्देश
कोर कमांडर ने कहा कि छोटे ड्रोन की निगरानी व उसे राडार पर पकडऩा काफी मुश्किल होता है। इसके लिए आपको अत्याधुनिक उपकरण और ह्यूमन इंटेलीजेंस पर ही सबसे ज्यादा भरोसा करना होता है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: जम्मू संभाग में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आइएसआइ) द्वारा हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोन इस्तेमाल किए जाने के बाद वादी में सेना ने एलओसी पर तैनात सभी फील्ड कमांडरों को भारतीय वायुसीमा में किसी भी अनाधिकृत उपकरण, जहाज या ड्रोन को देखते ही उसे मार गिराने का निर्देश दिया है।
चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने कहा कि हमने उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर तैनात अपने सभी कमांडरों को निर्देश दिया है कि वह एलओसी के आसपास किसी भी अनाधिकृत वस्तु को अगर आसमान में देखें तो उसे तुरंत मार गिराएं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के पास इस समय हथियारों की भारी कमी है। एलओसी पर घुसपैठ को नाकाम बनाया जा रहा है। इसलिए इस बात की पूरी आशंका है कि गुलाम कश्मीर में बैठे आतंकी सरगना और आतंकियों की संरक्षक पाकस्तानी सेना व उसकी खुफिया एजेंसी कश्मीर में हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोन इस्तेमाल कर सकती है।
कोर कमांडर ने कहा कि छोटे ड्रोन की निगरानी व उसे राडार पर पकड़ना काफी मुश्किल होता है। इसके लिए आपको अत्याधुनिक उपकरण और ह्यूमन इंटेलीजेंस पर ही सबसे ज्यादा भरोसा करना होता है। उन्होंने कहा कि इस समय उत्तरी कश्मीर में एलओसी के पास स्थित चरागाहों में आम नागरिकों की आवाजाही भी खूब है। इसलिए आतंकी ग्रामीणों और खानाबदोश चरवाहों के भेष में अग्रिम इलाकों में हथियार लेने या घुसपैठियों को गाइड करने आ सकते हैं। इस आशंका से निपटने के लिए अग्रिम इलाकों में आने-जाने के सभी रास्तों पर सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने बीते दिनों उड़ी और कुपवाड़ा में एलओसी के साथ सटे इलाकों में गुलाम कश्मीर से भेजे गए हथियार भी पकड़े हैं।
चीन के साथ बढ़ते सैन्य तनाव के बीच पाकिस्तान द्वारा एलओसी पर किसी बड़े दुस्साहस की आशंका पर बीएस राजू ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। हम किसी भी चुनौती से निपटने में पूरी तरह समर्थ हैं।