पाकिस्तान से आई हेरोइन पंजाब भेजी जानी थी
जागरण संवाददाता जम्मू पाकिस्तान से बीते माह भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के अरनिया सब सेक्टर में 61 किलो हेरोइन बरामदगी मामले में कई खुलासे हुए है। हेरोइन जम्मू से पंजाब पहुंचाई जानी थी। इसके बाद पूरे देश में सप्लाई होती।
जागरण संवाददाता, जम्मू : पाकिस्तान से बीते माह भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के अरनिया सब सेक्टर में 61 किलो हेरोइन बरामदगी मामले में कई खुलासे हुए है। हेरोइन जम्मू से पंजाब पहुंचाई जानी थी। इसके बाद पूरे देश में सप्लाई होती। जम्मू के तस्करों को प्रति पैकेट दो लाख रुपये मिलते थे। आरोपित पाकिस्तान में नशे के तस्करों के संपर्क में रहते थे।
जम्मू संभाग के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस मुकेश सिह ने संवाददाता सम्मेलन में मामले को सुलझाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि बीते माह 19-20 की मध्य रात्रि बीएसफ जवानों ने पाकिस्तान की तरफ से मादक पदार्थ और हथियारों की तस्करी को विफल कर दिया था। मादक पदार्थो में हेरोइन के 61 पैकेट, अफीम का एक पैकेट, दो पिस्टल, तीन मैगजीन व 100 कारतूस आइबी पर तलाशी अभियान में बरामद हुए थे। आइजी ने कहा कि शुरुआती छानबीन के दौरान दो लोगों यशराज सिह निवासी सई कलां और सुभाष चंद्र निवासी सई फागला को पकड़ा। पूछताछ में पुलिस को इनसे कई सुराग मिले। पता चला कि दोनों आरोपित शाम लाल उर्फ शामा निवासी अरनिया के कहने पर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मादक पदार्थों व हथियारों की खेप लेने के लिए जीरो लाइन पर गए थे। यह खेप पाक तस्करों ने ड्रोन से भारतीय सीमा पर फेंकी थी। अरनिया में जब दो लोग खेप लेने पहुंचे तो बीएसफ जवानों ने इन संदिग्धों की गतिविधियों को देखा और सीमा पार के तस्करों को ललकारा। बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई के कारण पाक तस्कर वहां से भाग गए। आइजी ने बताया कि पूछताछ के बाद पांच और आरोपितों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान शाम लाल निवासी अरनिया, गुरबख्श सिह निवासी भौर कैंप, बिशन दास निवासी गड़खाल अखनूर, अजीत कुमार निवासी खौड़, मौजूदा निवास लसवाड़ा, गुरु प्रताप सिह निवासी तरनतारन पंजाब के रूप में हुई है। मादक पदार्थ और हथियारों की खेप खौड़ के अजीत कुमार, बिशन दास को सौंपनी थी। उसके बाद इन्होंने यह खेप तरनतारन के गुरु प्रताप सिह को देनी थी। उसके मोबाइल फोन से पुलिस को कई जानकारियां मिली हैं। पाक की खुफिया एजेंसी आइएसआइ जम्मू कश्मीर में नशा और आतंक के गठजोड़ में जुटी है।