Hyderpora Encounter : पीएजीडी ने की हैदरपोरा मुठभेड़ की न्यायिक जांच की मांग, हुर्रियत का घाटी बंद का एलान
पीएजीडी के सदस्य मोहम्मद युसूफ तारीगामी हसनेन मसूदी सहित अन्य सदस्य सुबह 11.30 बजे से ही डॉ फारूक अब्दुल्ला के निवास स्थान पर पहुंचना शुरू हो गए थे। पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती इस बैठक में शामिल होने के लिए नहीं पहुंच पाई हैं।
श्रीनगर, जेएनएन : People’s Alliance for Gupkar Declaration Meeting In Kashmir : हैदरपोरा मुठभेड़ के बाद कश्मीर में उपजे हालात को देखते हुए डॉ फारूक अब्दुल्ला ने पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (PAGD) सदस्यों की बैठक अपने घर में बुलाई। पीएजीडी के सदस्य मोहम्मद युसूफ तारीगामी, हसनेन मसूदी सहित अन्य सदस्य सुबह 11.30 बजे से ही डॉ फारूक अब्दुल्ला के निवास स्थान पर पहुंचना शुरू हो गए थे। पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती इस बैठक में शामिल होने के लिए नहीं पहुंच पाई हैं। उनका कहना है कि उन्हें घर में नजरबंद किया गया है जबकि पुलिस ने इस बात से इंकार किया है।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पीएजीडी प्रवक्ता एमवाई तारीगामी ने कहा कि हमें मजिस्ट्रियल जांच नहीं बल्कि न्यायिक जांच चाहिए। इस मामले की सच्चाई सामने लानी है तो इसके लिए न्यायिक जांच ही सही है। बैठक में तय किया गया है कि डॉ फारूक अब्दुल्ला राष्ट्रपति को इस संबंध में एक पत्र भेजेंगे। जिसमें यह बात रखी जाएगी कि हैदरपोरा मुठभेड़ की विश्वसनीय जांच होनी चाहिए।
वहीं मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाली हुर्रियत कांफ्रेंस ने भी हैदपोरा मुठभेड़ में मारे गए दो स्थानीय नागरिकों के विरोध में कल शुक्रवार को बंद का एलान किया है। सूत्रों का कहना है कि पीएजीडी प्रधान डॉ फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में चल रही इस बैठक में हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए अल्ताफ अहमद व डॉ मुदस्सर गुल के परिजनों के हक की बात उठाने पर बल दिया गया। हालांकि डॉ फारूक अब्दुल्ला ने गत बुधवार को इस संबंध में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात भी की थी।
वहीं राज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर में अल्ताफ व मुदस्सर के परिजनों के जारी प्रदर्शन व इस पर हो रही राजनीति पर विराम लगाने के लिए मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। आपको बता दें कि मुठभेड़ में मारे गए स्थानीय नागरिक अल्ताफ व मुदस्सर के परिजन लगातार उपराज्यपाल से मामले की निष्पक्ष जांच करवाने व मृतकों के शव उन्हें सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं।
मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाली हुर्रियत कांफ्रेंस ने शुक्रवार को कश्मीर बंद का एलान करते हुए कहा कि हैदरपोरा मुठभेड़ ने घाटी केे लोगों को स्तब्ध कर दिया है। जो लोग मुठभेड़ में मारे गए लोगों के परिजनों का समर्थन कर रहे थे, उन्हें या तो नजरबंद कर दिया गया है या फिर हिरासत मेंं रखा गया है। ऐसे में हुर्रियत कांफ्रेंस ने अपनी आवाज प्रशासन के कानों तक पहुंचाने के लिए शुक्रवार को घाटी बंद का एलान किया है।