DDC Election: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के आवास पर PAGD नेताओं की बैठक शुरू, डीडीसी चुनावों पर हो रही चर्चा
कांग्रेस भी एलायंस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। महबूबा के घर में प्रवेश करते हुए जीएन मौगा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वह भी एलायंस का हिस्सा हैं।उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा करने के साथ चुनावी प्रचार की रणनीति तैयार करने के लिए बुलाई गई है।
श्रीनगर, जेएनएन। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती के आवास पर पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेेरेशन PAGD में शामिल राजनीतिक दलों के नेताओं की बैठक शुरू हो गई है। एलायंस ने यह बैठक जम्मू-कश्मीर में पहली बार होने जा रहे जिला विकास परिषद के चुनावों में द्वितीय चरण के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा करने के लिए बुलाई है। इस बैठक में इस बार कांग्रेस के नेता भी शामिल हुए हालांकि अभी तक कांग्रेस एलायंस से दूर ही थी।
कांग्रेस नेताओं ने यह स्पष्ट किया कि अब प्रदेश कांग्रेस भी एलायंस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। महबूबा मुफ्ती के घर में प्रवेश करते हुए जीएन मौगा ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वह भी एलायंस का हिस्सा हैं। यह बैठक चुनाव में उतारे जा रहे उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा करने के साथ चुनावी प्रचार की रणनीति तैयार करने के लिए बुलाई गई है।
J&K: People Alliance for Gupkar Declaration (PAGD) meeting underway at Mehbooba's Mufti residence ahead of District Development Council (DDC) elections in J&K
Congress leader G M Monga says, "We're part of the alliance so we'll discuss seat-sharing. We're preparing for polls." pic.twitter.com/fwRAHNMncB— ANI (@ANI) November 13, 2020
आपको जानकारी हो कि प्रदेश कांग्रेस ने जिला विकास परिषद के पहले चरण के चुनावों में 25 उम्मीदवारों को उतारा है जबकि एलायंस के घटक दलों ने 27 उम्मीदवारों को टिकट दी है। अब शुक्रवार को हो रही बैठक में यह तय किया जा रहा है कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और चुनावों के लिए क्या रणनीति होगी। इस बैठक में सभी दलों के कई प्रमुख नेता भाग ले रहे हैं।
पीपुल्स एलायंस में शामिल नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी इससे पहले हुए पंचायत व शहरी निकाय चुनावों का बहिष्कार कर चुकी है। अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहले चुनाव हो रहे हैं। इसलिए इन सभी दलों का यह प्रयास है कि वे जिला विकास परिषद के चुनावों के सहारे अपनी सियासी जमीन को मजबूत बना सकें। इसीलिए सभी दल इन चुनावों को लेकर जोरोंशोरों से प्रचार कर रहे हैं।