PAGD की बैठक: डॉ. फारूक के घर का घेराव करने जा रहे शिव सैनिक हिरासत में
आंदोलन को आगे बढ़ाने और गुपकार डेक्लेरेशन के मुद्दों को लोगों तक कैसे पहुंचाया जाए इस पर चर्चा करने के लिए ही डॉ फारूक अब्दुल्ला ने यह बैठक बुलाई है। पुलिस को पहले से ही यह आशंका था कि जम्मू के कई संगठन इस दौरान विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: डॉ. फारूक अब्दुल्ला के बठिंडी स्थित निवास मे पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डेक्लेरेशन की बैठक के दौरान उनके निवास का घेराव करने जा रहे शिव सेना कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। यही नहीं इक्कजुट जम्मू, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान नरवाल स्थित वेबमॉल के बाहर प्रदर्शन कर पीपुल्स अलायंस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने महबूबा मुफ्ती के पोस्टर व पुतले भी जलाए।
डॉ फारूक अब्दुल्ला ने पीपुल्स अलायंस में शामिल राजनीतिक दलों के नेताओं को अपने निवास पर बैठक के लिए आमंत्रित किया था। बैठक में शामिल होने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी पहुंची। बठिंडी मार्ग पर पहले से ही मौजूद इक्कजुट जम्मू, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने महबूबा मुफ्ती के खिलाफ नारे लगाते हुए उन्हें राष्ट्रीय ध्वज को लेकर दिए गए विवादित बयान के लिए माफी मांगने के लिए कहा। उन्होंने इस दौरान हाथों में पकड़े महबूबा मुफ्ती के पोस्टर भी जलाए। बजरंग दल के कार्यकर्ता अपने साथ महबूबा मुफ्ती का पुतला लेकर पहुंचे थे। पुतले को लेकर वे जैसे ही डा. फारूक के बठिंडी स्थित निवास की ओर बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया।इसके बाद भी जब बजरंग दल के कार्यकर्ता नहीं रूके और पुलिस के साथ छीना झपटी के बीच उन्होंने पुतले को आग लगा दी।उधर इक्कजुट जम्मू के कार्यकर्ताओं ने भी नरवाल में वेव माल के सामने महबूबा मुफ्ती के चित्रों को आग लगाई और गुपकार अलायंस व महबूबा के खिलाफ नारेबाजी भी की।
आपको जानकारी हो कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने, नए भूमि कानून के खिलाफ कश्मीर केंद्रित राजनीतिक दलों ने पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डेक्लेरेशन का गठन किया था। श्रीनगर, कारगिल के बाद अब ये नेता जम्मू के राजनीतिक, सामाजिक के अलावा स्थानीय लोगों का समर्थन जुटाने के लिए पहुंचे हैं।
आंदोलन को आगे बढ़ाने और गुपकार डेक्लेरेशन के मुद्दों को लोगों तक कैसे पहुंचाया जाए, इस पर चर्चा करने के लिए ही डॉ फारूक अब्दुल्ला ने यह बैठक बुलाई है। पुलिस को पहले से ही यह आशंका था कि जम्मू के कई राजनीतिक व सामाजिक संगठन इस दौरान विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं। इसी वजह से उन्होंने बठिंडी मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हुए थे पीपुल्स अलायंस की जम्मू में यह पहली बैठक है जबकि इससे पहले संगठन की दो बैठकें कश्मीर संभाग में हो चुकी हैं।