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PAGD नेताओं की बैठक डॉ फारूक अब्दुल्ला के घर 24 अगस्त को होगी, यह रहेगा मुद्दा

पीएजीडी का गठन बीते साल अक्तूबर में पीडीपी की अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के प्रयासाें से हुआ था। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डा फारुक अब्दुल्ला पीएजीडी के अध्यक्ष और महबूबा मुफ्ती उपाध्यक्ष हैं। माकपा नेता माेहम्मद युसुफ तारीगामी इसके प्रमुख प्रवक्ता हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Fri, 20 Aug 2021 08:15 PM (IST)Updated: Fri, 20 Aug 2021 09:37 PM (IST)
PAGD नेताओं की बैठक डॉ फारूक अब्दुल्ला के घर 24 अगस्त को होगी, यह रहेगा मुद्दा
इसी माह चार तारीख को पीएजीडी के नेताओं की डा फारुक अब्दुल्ला के घर पर एक बैठक हुई थी।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पीपुल्स एलांयस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) के घटक दलों के सभी प्रमुख नेता 24 अगस्त को बैठक करने जा रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जम्मू कश्मीर में जल्द ही चुनाव कराए जाने की तैयारियों के संदर्भ में दिए गए बयान के मद्देनजर इस बैठक को लेकर जम्मू कश्मीर के सियासी हल्कों में अटकलों का दौर तेज हाे गया है। माैजूदा माह के दौरान पीएजीडी की यह दूसरी बैठक होगी। उल्लेखनीय है कि पीएजीडी जम्मू कश्मीर में 5 अगस्त 2019 से पूर्व की संवैधानिक स्थिति की बहाली काे अपना एकमात्र राजनीतिक मकसद करार देता है।

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पीएजीडी का गठन बीते साल अक्तूबर में पीडीपी की अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के प्रयासाें से हुआ था। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डा फारुक अब्दुल्ला पीएजीडी के अध्यक्ष और महबूबा मुफ्ती उपाध्यक्ष हैं। माकपा नेता माेहम्मद युसुफ तारीगामी इसके प्रमुख प्रवक्ता हैं। जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट, अवामी नेशनल कांफ्रेंस भी पीएजीडी का हिस्सा है। शुरु में सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कांफेंस भी पीएजीडी का एक प्रमुख घटक थी लेकिन डीडीसी चुनावों के बाद सज्जाद गनी लोन ने इससे खुद को अलग कर लिया था।

बीते वर्ष अपने गठन के समय पीएजीडी के नेताओं ने अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली तक खुद काे चुनावी सियासत से पूरी तरह दूर रखने का एलान किया था। बाद में पीएजीडी के सभी घटक दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा। अलबत्ता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता के समय पीएजीडी के नेता कोई संयुक्त एजेंडा लेकर शामिल नहीं हुए बल्कि सभी ने वहां पीएजीडी के बजाय अपने अपने दल का नेतृत्व करते हुए अपने राजनीतिक एजेंडे पर बात की। परिसीमन आयोग ने जब जम्मू कश्मीर का दौरा किया तो पीएजीडी में मतभेद साफ उजागर हुए थे। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफती ने परिसीमन आयोग का बहिष्कार किया लेकिन नेकां और माकपा ने परिसीमन आयोग से मुलाकात की। अवामी नेशनल कांफ्रेंस भी परिसीमन आयोग के दौरे से दूर रही।

अगस्त माह में आयोजित होने वाली पीएजीडी की यह होगी दूसरी बैठक

इसी माह की शुरुआत में चार तारीख को पीएजीडी के नेताओं की डा फारुक अब्दुल्ला के घर पर एक बैठक हुई थी। इसमें प्रदेश के राजनीतिक, सामाजिक,आर्थिक व सुरक्षा परिदृश्य पर चर्चा हुई थी। अब 24 अगस्त को बैठक हो रही है और सभी नेता डा फारुक अब्दुल्ला के घर जमा होंगे। बैठक में पीएजीडी के सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं को अपनी उपस्थिति सुनिश्चित बनाने को कहा गया है।

पीएजीडी के प्रवक्ता मोहम्मद युसुफ तारीगामी ने 24 अगस्त को प्रस्तावित बैठक की पुष्टि करते हुए बताया कि इसमे जम्मू कश्मीर के राजनीतिक हालात पर ही विचार विमर्श होगा। कश्मीर के राजनीतिक मामलों के जानकार फैयाज वानी ने कहा कि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर में जल्द ही विधानसभा चुनाव कराए जाने का एलान किया है। ऐसे में पीएजीडी के नेता जम्मू कश्मीर के हालात पर चर्चा करेंगे, पूरी तरह सही नहीं है। पीएजीडी के नेता प्रधानमंत्री के एलान के संदर्भ में अपनी सियासत का अगला रुख तय करने के लिए मिल रहे हैं। इस बैठक के बाद पीएजीडी की तरफ से किसी बड़े एलान की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल, हमें 24 अगस्त का इंतजार करना चाहिए। 


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