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Jammu Kashmir : PAGD की चेतावनी, केंद्र सरकार ने अगर रवैया नहीं बदला तो परिणाम पूरे देश के लिए घातक होंगे

PAGD Jammu Kashmir दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को अपने भाषण में कहा था कि जम्मू कश्मीर में जल्द चुनाव कराए जाने की तैयारी चल रही है। इसी के मद्देनजर पीएजीडी के सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक फारूक अब्दुल्ला के घर पर हुई है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 25 Aug 2021 08:23 AM (IST)Updated: Wed, 25 Aug 2021 02:50 PM (IST)
Jammu Kashmir : PAGD की चेतावनी, केंद्र सरकार ने अगर रवैया नहीं बदला तो परिणाम पूरे देश के लिए घातक होंगे
पीएजीडी के नेताओं ने जनसंपर्क अभियान भी चलाने का फैसला किया है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: पीएजीडी के नेताओं ने तय किया कि वह जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर मूकदर्शक बने नहीं रह सकते। महबूबा ने सभी घटक दलों से कहा कि हमें आम जनता को भी एकजुट करना है तभी मकसद में कामयाब रहेंगे। कश्मीरियों को लगातार दबाया जा रहा है। चुनाव जब होंगे तब होंगे, लेकिन हमें एकजुट रहना है। अगर लोगों को सभी मुसीबतों से बाहर निकालना है तो हमें एक होकर ही आगे बढ़ना है। आम लोगों की निगाह हम सभी पर है। पीएजीडी को लेकर कुछ तत्व लगातार अफवाह व असमंजस फैला रहे हैं।

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पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) ने यह संकेत भी दिया है कि वह भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में उतरेगा, लेकिन अनुच्छेद 370 और 35ए की पुनर्बहाली को पीठ पर सवार ही रखेगा। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला के घर पर गत मंगलवार को हुई पीएजीडी की बैठक में अनुच्छेद 370 और 35ए की पुनर्बहाली का प्रस्ताव दोबारा पारित किया गया है। इस बैठक में केंद्र सरकार पर जम्मू कश्मीर की जनता को बार-बार अपमानित करने का आरोप भी लगा और कहा गया कि अगर यह रवैया नहीं बदला गया तो परिणाम पूरे देश के लिए घातक होंगे।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को अपने भाषण में कहा था कि जम्मू कश्मीर में जल्द चुनाव कराए जाने की तैयारी चल रही है। इसी के मद्देनजर पीएजीडी के सभी घटक दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक फारूक अब्दुल्ला के घर पर हुई है। इसमें पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, अवामी नेशनल कांफ्रेंस के कार्यवाहक अध्यक्ष मुजफ्फर शाह और जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के चेयरमैन जावेद मुस्तफा भी शमिल हुए। लगभग दो घंटे तक चली इस बैैठक में जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालात और आगामी विधानसभा चुनावों पर ही चर्चा हुई है।

वहीं मुजफ्फर शाह ने कहा कि बैठक के एजेंडे पर चर्चा के अलावा हम लोगों ने अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली का प्रस्ताव पारित किया है। सभी ने जनसंपर्क अभियान भी चलाने का फैसला किया है।

पीएजीडी ने कहीं भी अपने एजेंडे से समझौता नहीं किया: तारीगामी

बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में मोहम्मद यूसुफ तारीगामी ने कहा कि पीएजीडी ने कहीं भी अपने एजेंडे से समझौता नहीं किया है। चुनाव जब होंगे तब देखा जाएगा, लेकिन उससे पहले अन्य मुददों का हल करना जरूरी है। जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 और 35ए यूं ही नहीं मिला था। भारतीय संविधान में इसकी गारंटी दी गई थी। आज हुई बैठक में हमने जम्मू कश्मीर और लद्दाख का राज्य का दर्जा बहाल करने और पांच अगस्त 2019 से पूर्व की संवैधानिक स्थिति बहाल करने का प्रस्ताव पारित किया है। उन्होंने कहा कि आज जम्मू कश्मीर प्रशासन के सभी प्रमुख पदों पर दूसरे राज्यों से बुलाए गए अधिकारी हैं, जबकि जम्मू कश्मीर कैडर के नौकरशाह उपेक्षित हैं। लोग खुलकर अपनी बात नहीं कह पा रहे हैं। इस तरह से कश्मीर में हालात सामान्य नहीं होंगे।  


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