Jammu: पेडी सीडजर ड्रम से की गई धान की खेती के अच्छे परिणाम सामने आए
कृषि विशेषज्ञ अरुण जराल ने कहा कि अकलपुर के नजदीक सौड़ा गांव में पेडी सीडलर ड्रम से ही खेत में बीज उतारे गए और आज वहां पर हरी भरी फसल है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: इस साल पेडी सीडजर ड्रम से की गई धान की खेती के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। बिजाई के एक माह बाद यहां खेताें में हरियाली चढ़ आई है। कोरोना महामारी के चलते इस बार बाहरी राज्यों से खेती मजदूर नही आ पाए। ऐसे में किसानों ने धान की रोपाई करना मुश्किल हो गया। अनेकों किसानों ने बिना रोपाई किए ही धान की खेती की।
पेडी सीडलर मशीन से सीधे बीज खेतों में उतारे और इसके अच्छे परिणाम सामने आने लग हैं। दरअसल पेडी सीडलर में बने ड्रम में खाद बीज डाल दिया जाता है और बीज सीधे जमीन में उतर जाते हैं। इस तरह की खेती से किसान धान की पनीरी उगाने और फिर धान के पौधों की रोपाई करने के क्रम से बच जाता है। मजदूरों की कमी के कारण इस बार कई किसानों ने पेडी ड्रम सीडलर का सहारा लिया और बीज खेती में उतार दिए। इन खेतों में अच्छी हरियाली बन आई है। कृषि विशेषज्ञ अरुण जराल ने कहा कि अकलपुर के नजदीक सौड़ा गांव में पेडी सीडलर ड्रम से ही खेत में बीज उतारे गए और आज वहां पर हरी भरी फसल है।
इस फसल को देखकर दूसरे किसान हैरान हैं। जराल ने कहा कि किसानों को मशीनों का इस्तेमाल कर अपना समय बचाना चाहिए। जिन किसानों ने पेडी ड्रम सीडलर का इस्तेमाल किया आज उनकी खेती बहुत अच्छी है। ऐसे में यह किसान धान की रोपाई करने के झंझट से बच निकले। जराल ने दूसरे किसानों से भी कहा कि अब खेती बदल चुकी है और नए जमाने की खेती को अब किसानों को अपनाना चाहिए।
किसान विजय कुमार खुश है। उनका कहना है कि बरसों से वे धान की पनीरी लगाकर फिर धान की रोपाई करते आए हैं। लेकिन इस बार न धान की पनीरी लगाई और न ही रोपाई की। मशीन से सीधे बीज जमीन में उतार कर अतिरिक्त खर्च व समय की बचत की है।