Jammu Kashmir: दो महीने बाद गांधीनगर अस्पताल में शुरू हुई ओपीडी
कोविड के कारण दो महीनों से गांधीनगर अस्पताल में बंद पड़ी ओपीडी सेवाएं मंगलवार को बहाल हो गई। पहले दिन हालांकि जांच करवाने के लिए आने वाले मरीजों की संख्या कम है लेकिन मरीजों को इस अस्पताल में ओपीडी सेवाएं शुरू होने से राहत मिली है।
जम्मू, जागरण ब्यूरो : कोविड के कारण दो महीनों से गांधीनगर अस्पताल में बंद पड़ी ओपीडी सेवाएं मंगलवार को बहाल हो गई। पहले दिन हालांकि जांच करवाने के लिए आने वाले मरीजों की संख्या कम है लेकिन मरीजों को इस अस्पताल में ओपीडी सेवाएं शुरू होने से राहत मिली है।
स्वास्थ्य विभाग का जम्मू संभाग में गांधीनगर अस्पताल सबसे बड़ा अस्पताल है। दो महीने पूर्व कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद जब मरीजों की संख्या बढ़ी तो इस अस्पताल को भी कोविड अस्पताल बना दिया गया। इससे अस्पताल में ओपीडी सेवाओं के अलावा आप्रेशन भी बंद कर दिए गए। तीन पूर्व स्वास्थ्य निदेशक जम्मू डा. रेनू खजूरिया ने सोमवार से इस अस्पताल को कोविड के स्थान पर दूसरी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए खोलने के निर्देश दिए। मगर सोमवार को अस्पताल को पूरी तरह से सैनिटाइज करने में देरी होने के कारण यहां ओपीडी सेवाएं शुरू नहीं हो पाई।
गांधीनगर अस्पताल प्रबंधन के अनुसार आज मंगलवार से ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं। सभी बीमारियों के विशेषज्ञ अपने रोस्टर के अनुसार ओपीडी में बैठ रहे हैं। उनका कहना है कि अभी काेविड संक्रमित मरीजों का डायलिसेस इसी अस्पताल में चल रहा है। मगर अस्पताल में कोविड का एक भी मरीज अब भर्ती नहीं है। उनका कहना है कि अस्पताल में धीरे-धीरे सभी सेवाएं सामान्य कर दी जाएंगी।
गांधीनगर अस्पताल जम्मू का एकमात्र सरकारी अस्पताल है जहां पर दर्द विशेषज्ञ डाक्टर भी ओपीडी में बैठते हैं। इस अस्पताल की ओपीडी सामान्य दिनों में छह से आठ सौ तक है। लेकिन अभी कोविड के कारण प्रोटोकाल का भी पालन किया जा रहा है।