जीएमसी जम्मू में 3 मई से ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद, इमरजेंसी सेवाएं सामान्य रहेंगी
3 मई के बाद सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं में ही काम होगा। अभी फोन पर अपना पंजीकरण करवाने के बाद लोग मेडिकल कॉलेज व सहायक अस्पतालों में जांच करवाने के लिए आ रहे थे लेकिन अब ओपीडी सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू में ओपीडी सेवाओं को 3 मई से पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जीएमसी की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन ने शनिवार को एक आदेश जारी कर कहा कि कोरोना के लगातासर बढ़ रहे मामलों को देखते हुए मेडिकल कॉलेज और सहायक अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई है।
3 मई के बाद सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं में ही काम होगा। अभी फोन पर अपना पंजीकरण करवाने के बाद लोग मेडिकल कॉलेज व सहायक अस्पतालों में जांच करवाने के लिए आ रहे थे लेकिन अब ओपीडी सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जीएमसी में रूटीन में होने वाली सर्जरी पहले से ही बंद हैं। मेडिकल कॉलेज में पहले से ही अधिकांश वाडों को कोविड वार्ड बना दिया गया है। ऐसे में अन्य बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को आने वाले दिनों में और दिक्कतें होने की आशंका है।
इससे पहले गत 27 अप्रैल को गवर्नमेंट गांधीनगर अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाए जाने के बाद इस अस्पताल में सभी ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई थी। इस अस्पताल को कोविड 19 के मरीजों के लिए खोला गया है। यह अस्पताल पहले भी कोविड अस्पताल था लेकिन मरीजों की संख्या कम होने के बाद इसे सामान्य मरीजों के लिए खोल दिया गया था।
गौरतलब है कि गत महीने श्रीनगर के अस्पतालों में भी ओपीडी सेवाओं को बंद कर दिया गया है। चूंकि इस समय सभी अस्पतालों में कोरोनो मरीजों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है ऐसी स्थिति में जिन-जिन अस्पतालों को कोविड अस्पताल में बदला जा रहा है वहां पर ओपीडी सेवाएं बंद की जा रही हैं। ऐसा इस वजह से भी किया जा रहा है क्योंकि ओपीडी के कारण कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है और ओपीडी में सेवाएं दे रहे डाक्टर और अन्य स्टॉफ की इस समय कोविड अस्पतालों में सबसे अधिक जरूरत है।