Jammu Kashmir: विख्यात मूर्तिकार वीआर खजूरिया की याद में आयोजित ऑनलाइन प्रदर्शनी दिल को छू गई
विख्यात मूर्तिकार वीआर खजूरिया की याद में आयोजित ऑन लाइन प्रदर्शनी कला प्रेमियों के दिलों को छू गई। प्रदर्शनी में कलाकारों की कृतियों में कोरोना का असर और कलाकारों ने कोरोना के समय में जो अनुभव किया उसकी झलक भी आकर्षिक एवं भावुक करने वाली रही।
जम्मू, जागरण संवाददाता : विख्यात मूर्तिकार वीआर खजूरिया की याद में आयोजित ऑन लाइन प्रदर्शनी कला प्रेमियों के दिलों को छू गई। प्रदर्शनी में कलाकारों की कृतियों में कोरोना का असर और कलाकारों ने कोरोना के समय में जो अनुभव किया उसकी झलक भी आकर्षिक एवं भावुक करने वाली रही।बुधवार को संपन्न हुई इस प्रदर्शनी में कला प्रेमियों की टिप्पणियां भी दिल को छूने वाली रही।खासकर कलाकारों की टिप्पणियों से लगता था कि सभी ने कोरोना काल में काम तो काफी किया है लेकिन उन्हें पहले की तरह फिर से प्रदर्शनियों के आयोजन का इंतजार है।
हालांकि प्रदर्शनी में भाग लेने वाले कलाकार इस बात को लेकर काफी उत्साहित दिखे कि ऑनलाइन भी उन्हें काफी प्रोत्साहन मिला है। इस ऑन लाइन प्रदर्शनी का आयोजन विराज सांस्कृतिक केंद्र,जम्मू, वर्मन सांस्कृति केंद्र और केएच आर्ट गैलरी, केएचएजी, हीरानगर, कठुआ के सहयोग से किया गया था।कलाकार देवी दास खत्री इसके क्यूरेटर थे। वीआर खजूरिया की जयंती पर 5 दिसंबर से जारी इस प्रदर्शनी में स्व. वीआर खजूरिया, स्व. गोबिंद कौर,गणेश शर्मा, बिशम्बर मेहता, बृजमोहन शर्मा, रविंदर जम्वाल, कुमुद मोहिंदर, बोध राज, राजेंद्र कुमार, देवी दास खत्री और विकास डोगरा के कार्य प्रदर्शित किए गए।प्रदर्शनी में प्रदर्शित कार्य विभिन्न शैलियों में तैयार किए गए हैं।
प्रदर्शनी में भाग लेने वाले कलाकार वीआर खजूरिया के शिष्य रहे हैं।विराज कला केंद्र की अध्यक्ष राज भारती ने प्रदर्शनी के अायोजन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।समापन भाषण में जंग एस वर्मन ने कहा कि सभी कलाकारों के सहयोग से ही इस तरह के कार्य संभव हैं। जल्द इसी तरह की एक बड़ी प्रदर्शनी के आयोजन की भी योजना चल रही है।जिसमें देश के दूसरे राज्यों के कलाकारों को भी आमंत्रित किया जाएगा।