जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर फंसा ट्रक निकाला, 35 घंटे बाद यातायात हुआ बहाल
रविवार को भी तीन मशीनों की मदद से ट्रक को निकालने के लिए कई बार प्रयास किए मगर गिरते पत्थरों और मलबे के बीच कोई सफलता नहीं मिल पाई। हालांकि इस दौरान एक जेसीबी मशीन पर पत्थर गिरने की वजह से उसका शीशा भी टूट गया।
ऊधमपुर, अमित माही : जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गत रविवार से फंसे राशन से लदे ट्रक को 35 घंटों बाद काफी मशक्कत के बाद ट्रैफिक पुलिस निकालने में कामयाब रही। इसके उपरांत ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों ओर फंसे 2000 के करीब छोटे-बड़े वाहनों को प्राथमिकता के तौर पर निकालने की अनुमति दी जा रही है।
यहां यह बता दें कि गत रविवार को रामबन जिला के पंतिहाल इलाके में एक ट्रक जो दरअसरल राशन लेकर आगे बढ़ रहा था कि पहाड़ों से पत्थर गिरने से सड़क के बीचोबीच गहरे गड्ढे बन गए थे। इस वजह से राशन से लदे ट्रक के पहिये इनमें फंस गए। इतना ही नहीं पहाड़ से गिरे पत्थर और मलबा भी ट्रक के ऊपर गिरने से ट्रक का गड्ढे से निकलना काफी मुश्किल हो गया था।
हालांकि ट्रैफिक पुलिस और रामसू पुलिस की ओर से ट्रक को बाहर निकालने के लिए काफी प्रयास भी किए गए। डीएसपी ट्रैफिक बनिहाल शमेशर सिंह भी स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे। जेसीबी और अन्य मशीनों की वजह से काफी प्रयाए किए गए लेकिन ये सब नाकाफी साबित हुए। हालांकि आज काफी प्रयास करने के उपरांत उक्त ट्रक को गड्ढे से निकालने में सफलता मिली। इसके उपरांत ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बार फिर से यातायात को बहाल कर दिया गया। हालांकि अभी भी जम्मू और श्रीनगर से किसी भी वाहन को आवाजाही की अनुमति नहीं है। फिलहाल, प्राथमिकता के तौर पर राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर फंसे करीब 2000 छोटे-बड़े वाहनों को ही आने-जाने की अनुमति है।
बता दें एफसीआई का सरकारी राशन के चावल लेकर जम्मू से श्रीनगर जा रहा ट्रक पंतिहाल इलाके में शनिवार तड़के तीन बजे फंस गया था। फंसने के बाद इस ट्रक को जितना निकालने का प्रयास किया, यह कीचड़ में उतना ज्यादा फंसता गया। वहीं ट्रक पर पत्थर और मलबा गिरने की वजह से इस और वजन पड़ता गया। रविवार को भी तीन मशीनों की मदद से ट्रक को निकालने के लिए कई बार प्रयास किए, मगर गिरते पत्थरों और मलबे के बीच कोई सफलता नहीं मिल पाई। हालांकि इस दौरान एक जेसीबी मशीन पर पत्थर गिरने की वजह से उसका शीशा भी टूट गया।
जिसके बाद रविवार को ट्रक को निकालने के प्रयास बंद कर दिए गए। सोमवार सुबह पांच बजे से पंतिहाल से ट्रक को निकालने का काम फिर से शुरु किया गया। सुबह साढ़े दस बजे के बीच चार बार मशीनों से इसे निकालने का प्रयास किया, जिससे वह विफल हो गया। ट्रक को निकलता न देख, ट्रक को खाई में गिराने पर विचार होने लगा। इसी बीच ट्रक को हटाने का एक और प्रयास करने का फैसला हुआ। इस बार मजदूरों और मशीनों के साथ फायर ब्रिगेड की मदद ली गई। जिसमें सबसे पहले ट्रक के टायर जिस गड्ढे में फंसे थे, उसमें से मजदूरों ने बेलचों की मदद से सारा कीचड़ निकाला। इसके बाद अग्निशमन विभाग के अग्निशमन वाहनों से तेज प्रेशर से पानी फेंक कर गड्ढे और आसपास सड़क से सारा कीचड़ साफ कर दिया।
इसके बाद एक तरफ एक लोड़र वाहन से खींचकर और दूसरी तरफ चेन वाली एलएनटी क्रेन से ट्रक को धकेल कर गड्ढे से निकाला गया। इसके बाद ट्रक को खींच तकरीबन आधा किलोमीटर आगे खुली जगह पर सड़क किनारे खड़ा कर दिया गया । दोपहर 12:30 बजे ट्रक हटने के साथ ही हाईवे पर सबसे पहले बनिहाल से रामबन के बीच फंसे वाहनों को निकालना शुरु किया गया। इससे बाद नाशरी में रोके गए वाहनों और फिर ऊधमपुर जिला में रोके गए वाहनों को निकारा जाएगा।
ट्रक में लोड़ तक 1.5 टन अधिक सरकारी राशन
पंतिहाल में फंस कर 35 घंटों तक हाईवे को रोकने वाले एफसीआई का राशन ले जा रहे ट्रक में 1.50 टन अधिक माल लदा हुआ था। ट्रक का अपना वजन 11600 किलोग्राम है और उसकी अपने वजन सहित कुल वजन ले जाने की पास क्षमता 35000 किलोगाम थी। मगर उसमें 36500 किलोग्राम अधिक माल भरा गया था। ट्रक से क्षमता से अधिक भरा कर 1500 किलोग्राम(डेढ़ टन) अधिक माल उतरवाया जाएगा। वहीं क्षमता से अधिक वजन ले जाने के लिए ट्रक पर कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।